मोर्चा की जीत: कर्मकार कल्याण बोर्ड में अधिकारियों ने सरकारी धन को लगाया ठिकाने। सूचना आयोग ने दिए जांच के आदेश

कर्मकार कल्याण बोर्ड में अधिकारियों ने सरकारी धन को लगाया ठिकाने। सूचना आयोग ने दिए जांच के आदेश

– करोड़ों के बिल तो पहुंचे, लेकिन सामान नहीं ! आयोग ने सचिव को दिए जांच के निर्देश- मोर्च
– साइकिल, सिलाई मशीन, टूल किट, सोलर लालटेन आदि खरीद का है मामला
– सामान किस वाहन से आया, विभाग के पास नहीं है कोई दस्तावेज

विकासनगर। कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा की गई करोड़ों रुपए की खरीद के बिल तो विभाग के पास पहुंच गए थे, लेकिन सामान यथा साइकिल, टूल किट, सिलाई मशीन, सोलर लालटेन, वेल्डिंग मशीन आदि किस वाहन के द्वारा बोर्ड के पास पहुंचा, उक्त से संबंधित दस्तावेज विभाग के पास नहीं होने के मामले में जन संघर्ष मोर्चा द्वारा सूचना आयोग का दरवाजा खटखटाया गया था। अपील पर कार्रवाई करते हुए मा.सूचना आयुक्त श्री जेपी ममगई ने प्रकरण को बहुत ही गंभीर माना एवं यह पाया कि, सामान परिवहन के मामले में गड़बड़ी की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।

उक्त मामले में रविवार को मोर्चा के जिला मीडिया प्रभारी प्रवीण शर्मा पिन्नी ने सरकार पर सीधा प्रहार करते हुए कहा कि, उत्तराखंड सरकार द्वारा चलाये जा रहे कर्मकार कल्याण बोर्ड के जालसाज अधिकारियों ने मिलकर गरीब मजदूरों से उनका हक छीनने का काम किया था। उक्त मामले में श्री ममगई ने कर्मकार कल्याण बोर्ड की सचिव को जांच के निर्देश दिए।

शर्मा ने कहा कि, विभाग के पास न तो फार्म-31/ ई-वे बिल की प्रतियां मौजूद हैं और न ही ट्रक इत्यादि के नाम व नंबर। जिससे प्रतीत होता है कि, विभाग द्वारा करोड़ों रुपए का घोटाला किया गया। मोर्चा गरीब श्रमिकों का शोषण बर्दाश्त नहीं करेगा एवं भ्रष्ट अधिकारियों को बर्बाद करके ही दम लेगा।