एक्सक्लूसिव: शिक्षा विभाग ने 256 निजी स्कूलों में मारे छापे। 22 स्कूलों को भेजा नोटिस

शिक्षा विभाग ने 256 निजी स्कूलों में मारे छापे। 22 स्कूलों को भेजा नोटिस

उत्तराखंड में प्राइवेट स्कूलों की मनमर्जी अब हद से ज्यादा बढ़ती दिखाई दे रही है। अभिभावकों से मनमानी कर निजी स्कूल मनमर्जी की फीस ले रहे हैं। इसी पर संज्ञान लेते हुए शिक्षा विभाग द्वारा हाल ही में उत्तराखंड के 256 निजी स्कूलों में छापे मारे गए।

दरअस्ल, प्रदेश के निजी स्कूलों में NCERT के बजाए निजी प्रकाशकों की महंगी किताबें लगाने की शिकायत पर शिक्षा विभाग ने शुक्रवार को प्रदेशभर के 256 निजी स्कूलों में छापे मारे।

शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने जानकारी देते हुए कहा कि, क़ई निजी स्कूलों में सरकारी पाठ्यक्रम की पुस्तकें नहीं लगी हैं। इसी के साथ वे स्कूल मनमर्जी की फीस भी हड़प रहे हैं।

नैनीताल के 21 और हरिद्वार के एक स्कूल को नोटिस दिया गया है। मनमानी करने वाले स्कूलों की एनओसी रद्द की जाएगी। छापे के दौरान हरिद्वार में एक ऐसा भी मामला सामने आया जिसमें छात्र-छात्राओं को 3400 रुपये में समस्त विषयों की डिजिटल पुस्तकें उपलब्ध कराई जा रही थीं।

शिक्षा महानिदेशक ने कहा, नैनीताल में 49, रुद्रप्रयाग में 10, बागेश्वरव में 09, देहरादून में 21, चमोली में 77, हरिद्वार में 37, अल्मोड़ा में 31, टिहरी में 11 और उत्तरकाशी में 11 स्कूलों में छापे मारे गए।

अभिभावकों पर महंगी किताबों के लिए दबाव बनाने की जिन स्कूलों के खिलाफ शिकायत सही मिली है, उन्हें भी नोटिस देकर कार्रवाई की जा रही है।

उत्तराखण्ड के प्राइवेट स्कूलों में NCERT की बजाय निजी प्रकाशकों की महंगी किताबें चलने की शिकायत पर राज्य में पहली बार इतनी बड़ी कार्यवाही को शिक्षा विभाग ने की है।

जी हाँ,  प्रदेशभर के 256 निजी स्कूलों में छापे मारे। शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने कहा नैनीताल के 21 और हरिद्वार के एक स्कूल को नोटिस दिया गया है। मनमानी करने वाले स्कूलों की एनओसी रद्द की जाएगी।

शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने कहा कि, प्रदेश के निजी स्कूलों की विभिन्न माध्यमों से शिकायत आ रही थी, जिसे देखते हुए विभाग की ओर से जिला एवं खंड स्तरीय अधिकारियों की अलग-अलग टीमें बनाकर स्कूलों में छापे की कार्रवाई की गई है।

छापे के दौरान हरिद्वार में एक ऐसा भी मामला सामने आया जिसमें छात्र-छात्राओं को 3400 रुपये में समस्त विषयों की डिजिटल पुस्तकें उपलब्ध कराई जा रही थी। निजी प्रकाशकों की महंगी किताबें लगाने के सबसे अधिक हरिद्वार और नैनीताल जिले में मामले सामने आए हैं।

स्कूलों में छापे की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी
शिक्षा महानिदेशक ने कहा नैनीताल में 49, रुद्रप्रयाग में 10, बागेश्वरव में नौ, देहरादून में 21, चमोली में 77, हरिद्वार में 37, अल्मोड़ा में 31, टिहरी में 11 और उत्तरकाशी में 11 स्कूलों में छापे मारे गए।

अभिभावकों पर महंगी किताबों के लिए दबाव बनाने की जिन स्कूलों के खिलाफ शिकायत सही मिली है, उन्हें नोटिस देकर कार्रवाई की जा रही है। निजी स्कूलों की ओर से मनमानी फीस और किताबों के लिए अभिभावकों पर दबाव को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। स्कूलों में छापे की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।

अधिकारियों को दिए निर्देश
निजी स्कूलों की मनमानी फीस और महंगी किताबों के संबंध में शिक्षा महानिदेशक ने विभागीय अधिकारियों की ऑनलाइन बैठक ली। उन्हें इस तरह के मामलों में कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
महानिदेशक ने कहा कि, फीस और महंगी किताब को लेकर किसी अभिभावक का उत्पीड़न नहीं होने दिया जाएगा।