सावधान: मानसून का आगाज़, होगी भारी बरसात। 26 जून से तीन दिनों का येलो अलर्ट जारी

मानसून का आगाज़, होगी भारी बरसात। 26 जून से तीन दिनों का येलो अलर्ट जारी

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा अपने पूरे जोरों पर है, ऐसे में यात्रा में बारिश खलल डाल सकती है। क्योंकि मौसम विभाग ने तीन दिन का येलो अलर्ट जारी किया है।

मौसम विभाग के इस अलर्ट को मानसून का आगाज भी माना जा रहा है और लोगों को सतर्क रहने का निर्देश दिया जा रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले 29 जून तक प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बारिश हो सकती है।

उत्तराखंड में अभी तक मानसून की दस्तक नहीं हुई है, लेकिन मौसम विभाग का तीन दिन के येलो अलर्ट को देखते हुए माना जा रहा है कि, मानसून जल्द प्रदेश में प्रवेश करेगा।

मौसम विभाग ने उत्तराखंड में 26, 27, 28 जून को बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान कहीं-कहीं भारी बारिश भी हो सकती है। इस बदलाव को प्रदेश में मानसून आने का प्रबल संकेत माना जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार इन तीन दिनों में कुमाऊं और गढ़वाल मंडल के पर्वतीय जिलों में भारी बारिश की संभावना है।

28 जून को नैनीताल, चम्पावत, बागेश्वर, पिथौरागढ़ जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने आगामी 26 जून से बारिश के आसार देखते हुए हल्का भूस्खलन, सड़कें बंद होने, पहाड़ में नदियों, नालों का जलस्तर बढ़ने, निचले इलाकों में जल भराव की आशंका जताई है।

मौसम का अलर्ट देखते हुए नदी-नालों के करीब रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की चेतावनी दी गई है। मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक, मौसम की गतिविधि तेज हो रही है, इसे मानसून आने का संकेत माना जा सकता है।

आपदा प्रबंधन भी मानसून को लेकर सतर्क हो गया है। गढ़वाल और कुमाऊँ में हेलीकॉप्टर को किसी भी आपदा समय के लिए तैनात किया गया है। मीडिया के माध्यम से भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है।

सभी जिलों के नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की जा चुकी है,176 ऑटोमेटिक वेदर स्टेशनों से डेटा कलेक्ट किया जा रहा है। कुल मिलाकर प्रशासन भी मानसून से पहले पूरी तैयारियां करने में जुटा है।