अपडेट: मौसम बदलते ही बदले नियम। चारधाम यात्रा शुरू, बद्रीनाथ मार्ग अवरुद्ध

मौसम बदलते ही बदले नियम। चारधाम यात्रा शुरू, बद्रीनाथ मार्ग अवरुद्ध

 

उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2021 मौसम सामान्य होते ही एक बार फिर शुरू हो गई है। हालांकि आज चारों धामों में से केदारनाथ धाम, गंगोत्री व यमुनोत्री में ही यात्रा शुरू हो चुकी है, किंतु बदरीनाथ धाम में तीर्थयात्रा अभी शुरू नहीं हो सकी है। यात्रियों को पीपलकोटी, जोशीमठ आदि पड़ावों पर रोका गया है।

बदरीनाथ राजमार्ग मार्ग पीपलकोटी-जोशीमठ से बदरीनाथ सड़क मार्ग पर जगह-जगह मलवा आने के कारण सड़क मार्ग अवरूद्ध है।

बुधवार को भी दिनभर हाईवे को खोलने का काम जारी रहा। बदरीनाथ हाईवे को गौचर से विष्णुप्रयाग तक सुचारू किया जा चुका है। जबकि विष्णुप्रयाग से बैनाकुली तक जगह-जगह हाईवे बाधित है। टैय्या पुल, बैनाकुली, हनुमान चट्टी और रड़ांग बैंड पर हाईवे पर भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर आए हुए हैं।

बीआरओ (सीमा सड़क संगठन) ने सात जेसीबी मशीनों और सौ से अधिक मजदूरों को हाईवे खोलने के काम में लगाया है। हाईवे अवरुद्ध होने से जोशीमठ, गोविंदघाट, पांडुकेश्वर और बदरीनाथ धाम में करीब तीन हजार यात्री फंसे हुए हैं।

चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बताया कि, बृहस्पतिवार को सुबह तक हाईवे को सुचारू कर दिया जाएगा।

बीआरओ के कमांडर कर्नल मनीष कपिल ने बताया कि टैय्या पुल नामक स्थान पर पहाड़ी से भारी मात्रा में बोल्डर और मलबा हाईवे पर आ गया है। दो मशीनें इसे हटाने में लगी हुई हैं। साथ ही अन्य जगहों पर भी हाईवे बाधित है।

आज 20 अक्टूबर को तीर्थयात्रियों/दर्शनार्थियों की संख्या
शायंकाल 4 बजे तक

(1) बदरीनाथ धाम -0, (सड़क मार्ग बाधित है।)
(2) केदारनाथ धाम – 4475
( हेलीकाप्टर सेवा फिलहाल बाधित)
(3)गंगोत्री धाम- 1433
(4) यमुनोत्री धाम- 2444
कुल दर्शनार्थियों की संख्या – 8352
18 सितंबर से 20 अक्टूबर तक

  • चारधाम पहुंचे संपूर्ण तीर्थ यात्रियों की संख्या 19,30,496
    ( एक लाख तिरानबे हजार चार सौ छियानब्बे )
    1-17 अक्टूबर को हैलीकाप्टर से केदारनाथ पहुंचे तीर्थ यात्री- 13,647
    हेमकुंड साहिब जी के कपाट शीतकाल हेतु 10 अक्टूबर को बंद हो गये हैं।

चारधाम यात्रा हेतु अब http:// smartcitydehradun.uk.gov.in में तीर्थयात्री सीधे पंजीकरण करवा सकते हैं। साथ ही देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट पर ई पास बनाने की आवश्यकता नहीं है।