एक्सक्लूसिव: कुंभ के दूसरे शाही स्नान पर ब्रह्मकुंड से लेकर आसमान में दिखा अद्भुत नजारा

कुंभ के दूसरे शाही स्नान पर ब्रह्मकुंड से लेकर आसमान में दिखा अद्भुत नजारा

– सूर्य के पास बड़ा गोला साफ दिखाई दिया ये गोलार्ध इंद्रधनुष कुंभ कलश आकृति जैसा था

रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
धर्मनगरी हरिद्वार में आज सुबह से आस्था का सैलाब उमाड़ा हुआ है। हरकी पौड़ी पर सुबह से ही महाकुंभ के दूसरे शाही स्नान में अखाड़ों के साधु-संत गंगा में स्नान कर रहे है। इसी बीच दोपहर को हरकी पैड़ी के ठीक ऊपर आसमान में एक अद्भुत खगोलीय घटना देखने को मिली जब सूर्य के पास बड़ा गोला साफ दिखाई दिया, ये गोलार्ध इंद्रधनुष कुंभ कलश आकृति जैसा था।

हरिद्वार में हरकी पौड़ी पर जिस वक्त बैरागी अखाड़ा स्नान कर रहा था। उस वक्त आसमान में सूरज के चारों ओर गोलार्ध इंद्रधनुष दिखाई दिया। धर्म का कहना है कि, सूर्य कुंभ है इसे जो किरणें निकलती है वह अमृत निकलता है और जब गंगा में खड़े होकर लोग स्नान करते हैं। इससे शरीर में नई ऊर्जा और चेतना उत्पन्न होती है और यहीं से लोग बैरागी और सनातनी परंपरा की ओर अग्रसर होते हैं और इस मौके पर अपने अंदर एक सकारात्मक ऊर्जा को महसूस करते हैं। आज ऐसा देखने को मिला है जब सूर्य के चारों ओर गोलार्ध इंद्रधनुष देखने को मिला ऐसा अद्भुत नजारा पहली बार देखने को मिला है। इनका कहना है कि वैसे जो इंद्रधनुष बनता है वह अर्थ और चंद्राकार बनते हैं मगर यह गोलाकार बना है और यह कुंभ की सत्यता और सार्थकता का परिचय है।

ऐसा बहुत कम देखने के लिए मिलता है। इंद्रधनुष अब तक चंद्राकार या एक पर्वत से निकलने के बाद दूसरे पर्वत पर समाप्त हो जाते हैं या नदी से निकलने के बाद दूसरी जगह पर समाप्त हो जाते हैं। लेकिन गोलाकार इंद्रधनुष बेहद अद्भुत दिखाई दिया। जानकार बताते हैं कि, सूरज से इस वक्त निकल रही ये आकृति बेहद अद्भुत और बेहद पवित्र होती है। यही कारण है कि, जब यह किरण गंगा और खासकर हरिद्वार के ब्रह्मकुंड स्थित स्थान पर पड़ती है, तब भी कुंभ का महत्व बढ़ जाता है और आज कुंभ के दूसरे शाही स्नान में यह अद्भुत नजारा देखने को मिला।