गड़बड़झाला: मनरेगा में धांधली से ग्रामीणों में आक्रोश

मनरेगा में धांधली से ग्रामीणों में आक्रोश

रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। धर्मनगरी हरिद्वार स्थित ग्राम पंचायत दौलतपुर से जुड़े गांव जादोपुरी में मनरेगा में हो रही बड़ी धांधली को लेकर मनरेगा ग्राम विकास अधिकारी के खिलाफ स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोश नज़र आ रहा है हरिद्वार जिले में होने वाले मनरेगा के कार्यो के नाम पर अधिकारियों द्वारा मोटी चांदी काटी जा रही है इस मामले में ग्रामीणों ने लिखित शिकायत पत्र बीडीओ रुड़की व जिलाधिकारी हरिद्वार सी रविशंकर को दिया है और भ्रष्ट अधिकारी के खिलाफ जांच कर कार्यवाही करने की मांग की है वही इस गंभीर मामले में जिलाधिकारी हरिद्वार जांच के बाद दोषी पाए जाने पर आरोपियों के खिलाफ कड़ी करवाई का आश्वाशन देते नजर आ रहे है।

मनरेगा में ग्रामीणों का फ़र्ज़ी रजिस्ट्रेशन करा कर अधिकारी मोटी चांदी काट रहे है और गरीब जरूरत मंद लोगो के लिए बनाई गई सरकारी व्यवस्थाओं को चुना लगा रहे है ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव से अधिकारी ने ग्रामीणों के मनरेगा में काफी जॉब कार्ड बनाये गए है जिनकी लिस्ट ग्रामीणों ने मंदिर परिसर में चस्पा भी कर रखी है उनमें कुछ जॉब कार्ड ऐसे हैं जो आज इस दुनिया में नहीं है और उनकी भी मजदूरी ऑनलाइन उनके खाते में आ रही है मृतक हो चुके व्यक्तियों के परिजनों ने भी बताया की जो भी महीने भर की मजदूरी उनके खाते में आती है वह सारे पैसे मनरेगा ग्राम विकास अधिकारी सुधीर चौहान रख लेता है ओर अपने किसी पीए के द्वारा खाते में से पैसे निकलवाता है अगर कोई उनको पैसे देने से इनकार करता है तो उनके पैसे आने बंद करा देता है।

वही ग्रामीणों का यह भी आरोप है मनरेगा योजना के अंतर्गत हमारी ग्राम पंचायत में कोई भी विकास कार्य नहीं हुआ है मगर उसके बावजूद मनरेगा में जॉब कार्ड धारक ग्रामीणों की मजदूरी लगातार आ रही है अधिकारियों द्वारा योजन मे धांधली कर सरकार के पैसे का दुरुपयोग किया जा रहा है अगर कोई ग्रामीण ग्राम विकास अधिकारी सुधीर चौहान के पास अपनी समस्या लेकर जाता है तो उनको सुधीर चौहान डरा धमका कर भगा देता है लेकिन सच तो यह है ग्राम पंचायत दौलतपुर से जुड़ा हुआ गांव जादोपुरी मैं अब तक धरातल पर विकास के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ है लेकिन सरकारी कागजों में पूरी तरह से विकास कार्य को दर्शाया हुआ है इस तरह अधिकारी कागजी खानापूर्ति कर सरकारी योजनाओं को चुना लगा रहे है।

मनरेगा में हो रही इस धांधली और ग्रामीणों के आरोपों पर जब हमने जिला विकास अधिकारी पीएस चौहान से बात की तो उनका कहना है कि मनरेगा में हो रही धांधली को लेकर एक शिकायत पत्र प्राप्त हुआ है इसमे हमरे द्वारा संबंधित ग्राम सभा का भ्रमण किया जाएगा तो इसमे सही जानकारी जुटाई जाएगी इस मामले में हमारे द्वारा बीडीओ से एक रिपोर्ट मंगाई गई है इसमें मौके पर जाकर देखा जाएगा उससे पूर्व सही गलत का पूर्वानुमान लगाना सही नहीं होगा इसमें हमारे द्वारा सभी जानकारियों और मनरेगा में हुए कार्यो का मिलान कर लिया जाएगा और इसमे सभी कार्यो की सूची ऑनलाइन उपलब्ध है।

जब इस मामले में जिलाधकारी हरिद्वार श्री रविशंकर से संपर्क किया गया तो उनका कहना है कि क्षेत्र के ग्रामीणों द्वारा एक शिकायत पत्र प्राप्त हुआ है और इस मामले में जिला विकास अधिकारी को मेरे द्वारा जांच सौंपी गई है जिला विकास अधिकारी द्वारा बहुत जल्द इसमे जांच पूरी कर ली जाएगी सही जांच के उपरांत अगर कुछ भी इस तरह की मनरेगा में धांधली पाई जाती है तो संबंधित आरोपी के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

हरिद्वार जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा के अंतर्गत हो रहे विकास कार्यों में बड़ी धांधली का आरोप स्थानीय ग्रामीणों द्वारा लगाया जा रहा है। यही नहीं जो व्यक्ति कई सालों पहले दुनिया को छोड़ गया उसको भी हरिद्वार जिले के अधिकारी मनरेगा के अंतर्गत मजदूरी की रकम आज तक दे रहे हैं। यह कमाल हरिद्वार के अधिकारियों द्वारा किया गया है। वहीं इस मामले में जिलाधिकारी जांच के बाद कड़ी कार्रवाई की बात कर रहे हैं। देखने वाली बात यह होगी कि कब तक अधिकारियों द्वारा सही जांच पूरी की जाती है और ग्रामीणों के आरोप सिद्ध होने पर दोषियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाती है।