Exclusive: लोक निर्माण विभाग की योजनाओ पर कब्जा जमाये बैठा चर्चित सहायक अभियंता

लोक निर्माण विभाग की योजनाओ पर कब्जा जमाये बैठा चर्चित सहायक अभियंता

 

– सहायक अभियंता के निर्देष पर चल रहा पीडब्लूडी कार्यालय….
– करोडो की योजनायें चढी भ्रष्टाचार की भेंट….

कौशाम्बी। लोक निर्माण विभाग के निर्माण खण्ड में बीते 9 वर्षो से एक सहायक अभियंता ने कब्जा जमा रखा है। इस सहायक अभियंता का दबदबा इस कदर है कि, इस सहायक अभियंता की बात मानने को अधिशाशी अभियंता भी विवश है, और इसी सहायक अभियंता के निर्देष पर पीडब्लूडी निर्माण खण्ड का कार्यालय चल रहा है। विभाग में आतंक का पर्याय माने जाने वाले उक्त सहायक अभियंता पर अधिनस्थो से वसूली करने का भी आरोप है।

 

 

बता दें कि, इतना ही नही लम्बे समय से तैनात सहायक अभियंता का बढता दबदबा का आलम यह है कि, विभाग के ठेकेदार भी उसके सामने घुटने टेकने को विवश है। जिस ठेकेदार ने उक्त चर्चित सहायक अभियंता के सामने घुटने टेक कर अपनी तिजोरी का मुँह खोल दिया। उस ठेकेदार के सारे गुनाह माफ है। करोडो की सडके बनने के बाद उखड जाने पर भी जांच अधिकारी ठेकेदार के कृत्य पर रिर्पोट लगाने का साहस नही कर पाता है। आखिर जिले के केशव प्रसाद मौर्या डिप्टी सीएम लोक निर्माण विभाग के मंत्री है, और जब जिले के अधिकारी बेलगाम है, तो अन्य जिलो में उनकी हनक का क्या आलम होगा?

 

 

इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। सिराथू से कडा होते हुए लेहदरी मार्ग पर करोडो की रकम विभाग ने बीते वर्ष खर्च कर दी है। लेकिन इस सडक के बनाने में मानक की जिस तरह की अनदेखी विभाग के अधिकारियो ने की है। उससे विभागीय भ्रष्टाचार की कलई खुल रही है। इस सडक के निर्माण में धांधली की शिकायत भी हुई, लेकिन सहायक अभियंता के बढते रूतबे के आगे भ्रष्ठ ठेकेदार के कारनामे उजागर नही हो सके है। विभाग के मंत्री ने यदि इस सडक के निर्माण में हुए खेल की उच्च स्तरीय जांच कराई तो विभाग में दबदबा कायम किये चर्चित सहायक अभियंता के साथ-साथ विभागीय अधिकारियो पर भी गाज गिरना तय है। लेकिन क्या योगी राज में निष्पक्ष जांच हो पायेगी? यह व्यवस्था पर बडा सवाल है।