इधर पैसे की किल्लत, उधर बेटा बीमार। कर्ज के मर्ज तले दबे पिता ने कर डाली मासूम की हत्या
रुद्रपुर। शहर के पुलभट्टा थाना क्षेत्र में साढ़े तीन साल के मासूम की हत्या उसके पिता ने कर दी। हत्या की वजह सुनकर आप भी सन्न रह जाएंगे। क्योंकि आरोपी पिता बच्चे का महंगा इलाज कराने में असमर्थ था और कर्ज के बोझ तले दबता जा रहा था, जिससे परेशान होकर उसने घटना को अंजाम दिया।
रुद्रपुर के पुलभुट्टा थाना क्षेत्र में एक पिता ने अपने साढ़े तीन साल के बच्चे की हत्या कर दी और उसे उत्तर प्रदेश के बहेड़ी जनपद के डकिया में नहर किनारे झाड़ियों में फेंक दिया। आज बच्चे का शव पुलिस ने बरामद किया।
वहीं, पुलिस ने मामले में पिता को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि, उसका बेटा शाबान रजा बचपन से हिमोफिलिया बीमारी से ग्रसित था, जिसका इलाज काफी महंगा था। उसके पास एक ट्रक था, जिसकी तीन किश्त भी वह नहीं दे पाया था, जिसके कारण वह कर्ज में डूब गया।
15 फरवरी की सुबह वह बच्चे को लेकर घूमने निकला। इस दौरान उसने बच्चे का गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या के बाद बच्चे के शव को बरेली रोड टोल प्लाजा के पास नहर किनारे झाड़ियों में फेंक दिया।
घर लौटने पर जब बच्चा नहीं दिखाई दिया तो उसने बताया कि, वह बच्चे को घर के पास छोड़ कर चला गया था। जिसके बाद बच्चे की खोजबीन शुरू हुई। 15 फरवरी को ही देर रात लगभग 8 बजे आरोपी द्वारा बच्चे की गुमशुदगी दर्ज कराई गई। जिसके बाद पुलिस बच्चे की खोज में जुट गई।
पुलिस टीम ने आस-पास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो अहम सुराग हाथ लगे। जिसके बाद पुलिस ने बच्चे के पिता तारिक से सख्ती से पूछताछ की तो, उसने अपने बेटे की हत्या की बात कबूल कर ली।
जिसके बाद तारिक की निशानदेही पर पुलिस ने शव को बरामद कर लिया। वहीं, यूपी पुलिस ने शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
पूछताछ में आरोपी मोहमद तारिक ने बताया कि, वह बच्चे के इलाज में काफी खर्च कर चुका था। दो दिन पूर्व भी बीमारी के चलते बच्चे के कान से खून निकलने लगा था। जिसके बाद वह उसे हल्द्वानी दिखाने ले गया। जहां डॉक्टर ने उसे काफी जांच कराने के लिए कहा था।
साथ ही बच्चे को दिल्ली के अस्पताल में दिखाने के लिए बोला, जिसमें काफी खर्चा होने वाला था। वहीं, आरोपी पैसे की किल्लत की वजह से अपनी ट्रक की तीन किश्त 66 हजार रुपये जमा नहीं कर पाया था। जिस कारण उसने बेटे की हत्या कर दी।