मैं टिहरी में हुई दुर्घटना का जिम्मेदार खुद को मानता हूँ: भट्ट
– अर्थियों पर फूल या फूलों की अर्थियां…..
देहरादून। आरटीआई एक्टिविस्ट व पत्रकार संजय भट्ट कहते है कि, मैं टिहरी में हुई दुर्घटना का जिम्मेदार खुद को मानता हूँ। टिहरी की भयंकर सड़क दुर्घटना, एक ऐसा दर्दनाक हादसा जिसमें 10 मासूम बच्चों की अकाल मृत्यु हो गई। कुछ बच्चों की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है, दुर्घटना को घाटे हुए समय 30 घंटे से अधिक हो गए हैं। शासन और प्रशासन के उच्च स्तर पर न कोई दुःखी हुआ है और न ही शर्मसार।
मुख्यमंत्री, परिवहन मंत्री, शिक्षा मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, सड़क मंत्री का जीवन सामान्य गति से चल रहा है। अभी तक किसी ने भी जिम्मेदारी नहीं ली है। तीन-चार अदने से कर्मचारियों को बर्खास्त कर हाथ झाड़ दिए गए हैं।
पिछले साल धूमाकोट में हुई भयंकर बस दुर्घटना, जिसमें 49 लोगों की जान गई थी, उसके बाद भी कुछ कर्मचारियों को हटाया गया था, पर उससे क्या हुआ??
क्या RTO पौड़ी से हटाकर RTO देहरादून बना दिया जाना सजा है??
– और कोई माने या न मानें, लेकिन मैं टिहरी में हुई दुर्घटना का जिम्मेदार खुद को मानता हूँ।
– मैं उत्तराखंड का एक आम नागरिक हूँ, मैं चुप हूँ इसीलिए राज्य में इस स्तर का भ्रष्टाचार और प्रशासनिक कोताही हो रही है।
– मैं चुप हूँ इसलिये अर्थियों पर फूल की जगह फूलों की अर्थियां देखने को अभिशप्त हूँ।
– मैं चुप हूँ इसलिये, राज्य में रोज होने वाली दुर्घटनाओं का संज्ञान लेने वाला भी कोई नहीं है।
– मैं मानता हूँ कि इन सारी दुर्घटनाओं का कारण मैं ही हूँ। मेरी चुप्पी ने ही इन मासूमों को अकाल मृत्यु दी है। इसलिये मैं कल शाम 5:30 बजे, यमुना कॉलोनी चौक (दून स्कूल के बाहर-चकराता रोड) से, मृतक बच्चों की आत्मा की शांति के लिए शांतिपाठ करता हुआ, परिवहन मंत्री के घर जाऊंगा, परिवहन मंत्री के घर के बाहर भी शांति पाठ करूँगा और मृतक बच्चों की याद में दिया जलाऊंगा।
यदि आप जिंदा हैं, तो आप भी अपनी भूमिका तय कीजिये।
दिनांक- 08 अगस्त 2019, दिन बृहस्पतिवार – समय 5:30 बजे शाम, स्थान: दून स्कूल, यमुना कॉलोनी चौक, चकराता रोड, देहरादून।