सब्जियों के दामों ने आसमान पर पहुंच बिगाड़ा गृहणियों की रसोई का बजट

सब्जियों के दामों ने आसमान पर पहुंच बिगाड़ा गृहणियों की रसोई का बजट

– कोरोना आपदा काल मे गृहणियों ने सस्ती सब्जी उपलब्ध कराने की सरकार से करी मांग

रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। कोरोना महामारी जैसी आपदा की मार झेल रही धर्मनगरी हरिद्वार में अब सब्ज़ियों के आसमान छू रहे दामो ने गृहणियों की रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। हरिद्वार में सब्जियों के बढ़े दामो से गृहिणियां त्रस्त नज़र आ रही है और अपनी रसोई चलाने में इन गृहिणियो को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना काल मे सब्जी के बढ़े दामो से दो तरफा मार झेल रही हरिद्वार की गृहणियो की मांग है कि, इस आपदा के समय सरकार इन्हें सस्ती सब्जी उपलब्ध कराए और सरकार इनकी समस्या की तरफ ध्यान दे।

हरिद्वार में कोरोना आपदा काल मे सब्जियों के बढ़ते दामो की मार झेल रही हरिद्वार की गृहिणियों का कहना है कि, हरिद्वार में सब्जियों के दाम आम आदमी की पहुंच से बाहर हो चुके है और इस वजह से इनका रसोई का बजट पूरी तरह से बिगड़ चुका है। कोरोना काल मे लोगो की नौकरियां जा रही है। सरकार को मध्यम वर्ग के लोगो की तरफ भी ध्यान देना चाहिए। आज के समय मे सब्जियों के दाम बढ़ते जा रहे है। सब्जी बेचने वालों का भी कहना है कि, मंडी से ही सब्जियां महंगी मिल रही है। वर्तमान समय मे गोभी 120 रुपए प्रति किलो मटर 200 रुपए प्रति किलो आलू 40 रुपए प्रति किलो लोकी तोरी 50 और 30 रुपए प्रति किलो की दर से उपलब्ध हो रही है। जो हमारे लिए काफी ज्यादा है इसमे सरकार की लापरवाही है। सरकार द्वारा मंडी समिति पर ध्यान नही दिया जाता है। इसमे हमारी सरकार से मांग है कि, हमे सब्जियां सस्ते दामो पर उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था की जाए।

वही मंडी समिति के पूर्व अध्यक्ष संजय चोपड़ा मंडी में सब्जी विक्रेताओं पर जमाखोरी करने और सब्जियों को महंगे दामो पर बेचने और प्रशासन पर जमाखोरो की अनदेखी करने के गंभीर आरोप लगा रहे है। संजय चोपड़ा का कहना है कि, मैंने अपने कार्यकाल में उपभोक्ताओं को सब्जी सस्ते दामो पर उपलब्ध कराने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था कराई गई थी। इसमे मेरा कृषि मंत्री सुबोध उनियाल से अनुरोध है कि, वह उपभोक्ताओं को सस्ती दरों पर सब्जी उपलब्ध कराने की व्यवस्था करें। सब्जी मंडी समितियों में आढ़तियों द्वारा मंडी में सब्जी फ्रूट को रोक कर मासाखोरो द्वारा इसको बेचा जाता है। दलाल से सब्जी और फ्रूट खरीदने पर माला महंगा मिलेगा मंडी प्रशासन इस और ध्यान नही देता है। कैमरे की निगरानी में किसान के माल को बेचने की व्यवस्था की जानी चाहिए।

महंगी सब्जियां सीधे तौर पर गृहणीयो के बजट पर असर करती है और इससे आम गृहणियों का पूरे महीने का बजट बिगड़ जाता है। हरिद्वार में यह आम गृहणियां सस्ती दरों पर सब्जी, फ्रूट आदि सामान उपलब्ध कराने की मांग सरकार से कर रही हैं। देखना होगा कि, सरकार इनकी मांग पर कितना ध्यान देती है और हरिद्वार में गृहणियों को सस्ती सब्जियां उपलब्ध कराने की व्यवस्था सरकार कब तक करती है।