उपचार के दौरान मरीज की मौत। अस्पताल में जमकर हंगाम, डॉक्टर को मांगनी पड़ी माफी
रिपोर्ट- सलमान मलिक
रुड़की। हमेशा सुर्खियों में रहने वाले रुड़की के विनय विशाल अस्पताल में उपचार के दौरान बीती देर रात एक मरीज की मौत हो गई, जिसके बाद मरीज के परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा काटा और डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया, जिसके बाद कई घंटे हंगामा चलता रहा।
देखते ही देखते अस्पताल में ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई, हंगामा इतना बढ़ा कि, मौके पर भारी पुलिस बल बुलाना पड़ा, मौके पर पहुंची पुलिस ने बमुश्किल हंगामा शांत कराया।
इस दौरान पुलिस के सामने ही एक ग्रामीण ने डॉक्टर से फोन पर बात करते हुए अस्पताल के सभी डॉक्टरों और स्टाफ को बंधक बनाने की बात तक कह डाली और अस्पताल में ताला डालने तक कहा।
जिसके बाद अस्पताल के डॉक्टरों ने माफी मांगी और इलाज में आया खर्च भी मरीज के परिजनों को वापस देना पड़ा, जिसके बाद मृतक मरीज के शव को परिजन अपने साथ ले गए।
बता दे कि, रूड़की की सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र के भंगेड़ी गांव निवासी नसीमा को तीन दिन पूर्व हार्टअटैक हुआ था, जिसको आनन-फानन में रूड़की के विनय विशाल अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
जहां पर उसका उपचार चल रहा था, परिजनों का कहना है कि, रात 8 बजे फोन पर मरीज से उनकी सही बात हुई थी। जिसके करीब 3 घंटे बाद मरीज को नर्स ने इंजेक्शन लगाया और उसके बाद मरीज की मौत हो गई।
जिसके बाद अस्पताल में मौजूद मरीज के परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा कर दिया और देखते ही देखते अस्पताल में ग्रामीणों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई, जिसकी सूचना गंगनहर कोतवाली पुलिस को दी गई। वहीं मौके पर पहुंची पुलिस कई घंटे हंगामा कराने में लगी रही, लेकिन मरीज के परिजन नहीं माने और डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते रहे।
वहीं काफी समझाने-बुझाने के बाद मरीज के परिजन माने, जिसके बाद अस्पताल के डॉकटरों ने मृतक मरीज के परिजनों से सार्वजनिक माफी मांगी और उनके पैसे वापस किए, तब जाकर कहीं हंगामा शांत हुआ। जिसके बाद मृतक मरीज के शव को उसके परिजन अपने साथ ले गए, वही जब हमने अस्पताल के डॉक्टर से मामले की जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी कहने से साफ मना कर दिया।
बताते चलें कि, रूड़की का विनय विशाल अस्पताल हमेशा सुर्खियों में रहता है, यहां आए दिन कोई ना कोई हंगामा खडा ही रहता है, कोरोना महामारी में भी इस अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के कारण कई मौतें हो चुकी है।