नाबालिग भाई-बहन की गोली मारकर हत्या
– दोहरे हत्याकांड की जानकारी मिलते ही कई थानों की फोर्स के साथ घटना स्थल पहुँचे पुलिस कप्तान….
कौशांबी। पश्चिम शरीरा थाना क्षेत्र के बख्शी के पुरवा गांव में एक दलित परिवार के नाबालिग भाई-बहन की गोली मारकर हत्या करने के बाद दोनों की लाश अलग-अलग कमरों में फेंक कर हत्यारे फरार हो गए है। इस सनसनीखेज वारदात की सूचना पाते ही पुलिस फोर्स के साथ पुलिस अधीक्षक ने घटनास्थल का निरीक्षण कर दोहरे हत्याकांड की हकीकत जानने प्रयास का प्रयास किया है। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने दलित नाबालिग दोनों भाई-बहन की लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस दोहरे हत्याकांड को क्यों अंजाम दिया गया है इसे लेकर कयास लगाए जा रहे हैं।
बता दें कि, घटनाक्रम के मुताबिक पश्चिम शरीरा थाना क्षेत्र के बख्शी का पुरवा गांव निवासी पप्पू सरोज की 10 वर्ष पूर्व मौत हो चुकी है। उसकी पत्नी अपनी दो बेटी एक बेटे के साथ टूटे-फूटे झोपड़ी नुमा घर पर रह कर जीवन गुजार रही है। गरीबी का दंश झेल इस परिवार ने किसी तरह अपनी बड़ी बेटी का हाथ पीला कर उसकी शादी इसी थाना क्षेत्र के बरौली गांव में कर दी थी, बड़ी बेटी की शादी के बाद घर में एक बेटा और एक बेटी मां के साथ रह रहे थे।
घटना के दिन मां बड़ी बेटी के ससुराल बरौली गांव गई हुई थी, घर में केवल दोनों भाई बहन अकेले थे, बरौली से जब वापस घर लौटकर माँ आई तो देखा की उसकी बेटी शीला देवी उम्र 16 वर्ष और बेटे बबुआ 14 वर्ष को किसी ने घर के भीतर गोली मारकर हत्या कर दी है, और लाश को घर के दो अलग-अलग कमरों में फेंका हुआ था। दोहरे हत्याकांड की जानकारी मिलते ही आसपास के लोग घटनास्थल पर जमा हो गए। मामले की सूचना पश्चिम शरीरा पुलिस को मिली। जानकारी मिलते ही कई थानों की पुलिस फोर्स के साथ पुलिस अधीक्षक ने घटना स्थल पहुँच कर घटनास्थल का निरीक्षण किया, और थाना पुलिस को लाश पोस्टमार्टम भेजने के निर्देश दिया है।
नाबालिग दलित बहन भाई की हत्या क्यों की गई है, इसे लेकर लोगों के बीच तमाम सवाल तैर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि,इस परिवार की किसी से दुश्मनी नही थी, और संपत्ति के नाम पर भी कुछ खास नही है। तो फिर नाबालिग दलित भाई बहन को गोली मार कर क्यो मौत के घाट उतारा गया? इस बात को उत्तर पुलिस के साथ ग्रामीण भी खोज रहे है।