भाजपा नेता की पत्नी की करंट लगने से मौत। क्षेत्र में शोक की लहर
हल्द्वानी। लालकुआं क्षेत्र के पुरानाखत्ता निवासी वरिष्ठ भाजपा नेता लक्ष्मण सिंह खत्री की 55 वर्षीय धर्मपत्नी माया खत्री की करंट लगने से दर्दनाक मौत हो गई, घटना के कारण परिवार में कोहराम मच गया और क्षेत्र में शोक की लहर व्याप्त है।
लालकुआ के निकटवर्ती क्षेत्र बिन्दुखत्ता में आज सुबह लगभग 5 बजे उठकर घर का काम करने के बाद बाहर बारिश में भीगा फर्राटा फैन को उठाकर अंदर ले जाने को जैसे ही पंखे को पकड़ा ही था कि तभी 55 बर्षीय महिला को विद्युत करंट लग गया और वह मौके पर ही जमीन पर गिर गई।
बताते चले कि बिन्दुखत्ता क्षेत्र के पुराना बिन्दुखत्ता निवासी लक्ष्मण सिह खत्री के पुराना खात्ता चौराहे पर ही दुकान व टेंट हाउस है ,दोनों पति-पत्नी आज प्रात: 5 बजे उठे और अपने-अपने कामों के लिए निकल गये।
लक्ष्मण सिंह खत्री की 55 बर्षीय पत्नी माया खत्री गौशाला में दूध लगाने के लिए गई और वापस आकर घर के बाहर आंगन में रखे फर्राटा फैन को उठाकर अंदर रखने को थी तभी उसे विद्युत करंट लग गया और वह मौके पर ही अचेत हो गई।
तभी उनका भतीजा कन्नू जोकि टेंट हाउस में भी काम करता है आया और उसने अपनी ताई को उठाने का प्रयास किया तो उसे भी करंट लगा और वह भागते हुए अपने ताऊ लक्ष्मण सिंह को बताने दुकान पर आया।
सूचना मिलते ही लक्ष्मण सिंह ने भागकर देखा और सबसे पहले फैन पलग से बाहर किया । चीख-पुकार सुनते ही पड़ोसी और रिश्तेदार एकत्रित हुए आनन-फानन में उन्हें लेकर अस्पताल पहुंचे जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
वही माया खत्री अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गई हैं उनका लड़का विनोद खत्री 30 वर्ष व उनकी दो लड़कियां जिनका विवाह हो चुका है। विदित रहे कि डेढ़ वर्ष पूर्व उनके लड़के तारा खत्री की हृदय गति रुकने से मौत हो गई थी।
उक्त खबर सुनते ही पूरे गांव में कोहराम छा गया परिवार में रिश्तेदारों का रो रो कर बुरा हाल था। दोपहर माया खत्री की शव यात्रा निकाली गई और चित्रशिला घाट रानी बाग में उनको उनके पुत्र विनोद खत्री ने मुखाग्नि दी।
समाचार सुनते ही विधायक डॉ मोहन सिंह बिष्ट, कांग्रेसी नेता हरेंद्र बोरा, रविंद्र सिंह जग्गी, पान सिंह खत्री, बालम जग्गी, दीवान सिंह जीना, दीपक जग्गी, कमल जग्गी व क्षेत्र के अनेक गणमान्य लोगों ने परिजनों को ढांढस बंधाया और शोक संवेदना व्यक्त की।
इधर विद्युत विभाग के उपखंड अधिकारी संजय प्रसाद ने बताया कि वह अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को भेजकर घटनास्थल का मौका मुआयना करायेंगे कि यह घटना कैसे हुई।