कोरोना संक्रमण के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग में सभी जिलों को जारी किए महत्वपूर्ण निर्देश
कई राज्यों में कोरोना संक्रमित मरीज बढ़ने से उत्तराखंड भी सतर्क हो गया है। केंद्र सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के आधार पर स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को संक्रमण की रोकथाम के लिए सैंपल जांच, निगरानी और कोविड टीकाकरण के निर्देश दिए हैं। संदिग्ध लक्षण वाले मरीजों को भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचने और मास्क पहनने की सलाह दी गई।
स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. विनीता शाह ने सभी जिलों के सीएमओ को कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। जिसमें इन्फ्लुएंजा के लक्षणों वाले मरीजों की कोविड आरटीपीसीआर जांच करने को कहा गया।
साथ ही कोविड पॉजिटिव सैंपलों की जीनोम सीक्वेंसिंग कर अनिवार्य रूप से की जाए। यदि किसी विशेष क्षेत्र से ज्यादा संक्रमित मामले मिलते हैं तो वहां निगरानी बढ़ाने के साथ रोकथाम के उचित कदम उठाए जाएं।
कोविड टीकाकरण बढ़ाने के निर्देश
महानिदेशक ने अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलिंडर, कंसनट्रेटर, ऑक्सीजन बेड, वेंटिलेटर, आईसीयू बेड और दवाइयों की पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो। प्रदेश में अब कोविड वैक्सीन की बूस्टर डोज 26 प्रतिशत लोगों ने लगवाई है। विभाग ने कोविड टीकाकरण बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए ये उपाय जरूरी
– संदिग्ध लक्षणों पर मरीजों की कोविड जांच करें।
– सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से परहेज करें।
– छींकते, खांसते समय नाक और मुंह को ढकने के लिए रूमाल व टिश्यू का इस्तेमाल।
अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में कोविड सैंपलों की जीनोम सीक्वेंसिंग
कोरोना वायरस के नये वेरिएंट की पहचान के लिए अब राजकीय मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा में भी कोरोना संक्रमित सैंपलों की जीनोम सीक्वेंसिंग की जाएगी। अभी तक यह सुविधा मात्र राजकीय मेडिकल कॉलेज देहरादून में थी।
केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को कोविड संक्रमण रोकने के लिए आरटीपीसीआर जांच बढ़ाने के साथ ही संक्रमित सैंपल की अनिवार्य रूप से जीनोम सीक्वेंसिंग करने के दिशा निर्देश दिए हैं। प्रदेश में कोविड जांच के लिए सरकारी और निजी क्षेत्र में 30 से अधिक पैथोलॉजी लैब हैं, लेकिन कोविड पॉजिटिव मिले व्यक्ति में वायरस के नये वेरिएंट का पता लगाने के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग की सुविधा मात्र दून मेडिकल कॉलेज में है।