धार्मिक: विश्व प्रसिद्ध आदि कैलाश और ओम पर्वत यात्रा की ऑनलाइन बुकिंग शुरू। ऐसे करें बुकिंग

विश्व प्रसिद्ध आदि कैलाश और ओम पर्वत यात्रा की ऑनलाइन बुकिंग शुरू। ऐसे करें बुकिंग

हल्द्वानी। विश्व प्रसिद्ध आदि कैलाश और ओम पर्वत सहित देवभूमि के विभिन्न दार्शनिक एवं देवत्व स्थलों की ऐतिहासिक रमणीय आदि कैलाश यात्रा 2023 की भव्य तैयारियां शुरू हो गई है।

कुमाऊँ मंडल विकास निगम ने आदि कैलाश यात्रा की तैयारियां शुरू करते हैं मई महीने में शुरू होने वाली इस यात्रा के लिए बुकिंग की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।

भगवान भोलेनाथ पर आस्था रखने वाले करोड़ों शिव भक्तों के लिए यह एक बेहद रमणीय यात्रा होने के साथ-साथ अद्भुत सौंदर्यता एवं रहस्यमयता के लिए प्रसिद्ध है।

आदि कैलाश यात्रा में जहां एक और देवभूमि के विभिन्न मंदिरों व देव स्थलों के दर्शन होते हैं तो वहीं दूसरी तरफ प्राकृतिक सौंदर्य यात्रियों को मंत्र मुग्ध करता है।

इस यात्रा के अनुभव बेहद ही अविस्मरणीय रहे हैं आदि कैलाश यात्रा के लिए मानस खंड में स्थित पवित्र धाम आदि कैलाश एवं पर्वत अनादि काल से ही यात्रियों के लिए भ्रमण हेतु आकर्षण का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है यह भगवान शिव एवं पार्वती की क्रीड़ा स्थली वेदव्यास की तपस्थली व कर्म स्थली है।

कुमाऊं मंडल विकास निगम द्वारा आदि कैलाश यात्रा 2023 का संचालन 4 मई से आगामी नवंबर माह के अंत तक किया जाएगा। आदि कैलाश यात्रा में जाने वाले यात्रियों के लिए कुमाऊँ मंडल विकास निगम द्वारा दो पैकेज बनाए गए हैं। जिसमें काठगोदाम से आदि कैलाश ओम पर्वत यात्रा तक सात रात्री आठ दिवस का यह पैकेज ₹45000 प्रति यात्रा है।

जबकि धारचूला से वापस धारचूला तक आदि कैलाश यात्रा पैकेज 4 रात्रि और 5 दिवस का प्रति यात्री ₹35000 रखा गया है। जिसमें कुमाऊँ मंडल विकास निगम द्वारा आवास भोजन परिवहन गाइड इत्यादि सुविधाएं पैकेज में सम्मिलित की गई है।

देवभूमि के विभिन्न पर्यटक एवं देव स्थलों से होते हुए आदि कैलाश यात्रा काठगोदाम से वाया भीमताल, कैंची, अल्मोड़ा, चितई, जागेश्वर, पिथौरागढ़, जौलजीबी, धारचूला, बूंदी, छियालेख, नप्लच्यु, कालापानी, नाभिडांग, (ओम पर्वत) होते हुए वापस गूंजी आएगी। तदोपरांत नाभि, कुट्टी, जॉलिनकोंग (आदि कैलाश एवं पार्वती सरोवर) दर्शन कर वापसी में गूंजी, बूंदी, धारचूला, डीडीहाट, चकोडी, पाताल भुवनेश्वर, सेराघाट, अल्मोड़ा, भीमताल होते हुए काठगोदाम वापसी पर यात्रा समाप्त होगी।

कुमाऊं मंडल विकास निगम के एमडी विनीत तोमर ने बताया कि आदि कैलाश यात्रा 4 मई से प्रारंभ की जाएगी जिसके लिए बुकिंग प्रक्रिया शुरू की गई है। मई और जून महीने में यात्रा के 20 दल रवाना किए जाएंगे जिसमें प्रत्येक दल में 40 यात्री शामिल किए जाएंगे।

साथ ही यात्रा को सुविधा पूर्ण और बेहतर बनाने के लिए कुमाऊँ मंडल विकास निगम के यात्रा रूट के सभी टीआरएच को निर्देशित कर दिया गया है। केएमवीएन के महाप्रबंधक एपी वाजपेई के अनुसार देशभर में कुमाऊँ मंडल विकास निगम के बुकिंग सेंटर में आदि कैलाश यात्रा 2023 के लिए बुकिंग करने के निर्देश दिए गए हैं।

साथ ही यात्रा मार्ग में स्थित टूरिस्ट रेस्ट हाउस को बेहतर करने तथा मैनेजरो को मार्केटिंग कर बुकिंग शुरू करने के निर्देश दिए हैं। एपी बाजपेई ने बताया कि इस बार यात्रा बेहद रमणीय व आकर्षक बनाने के लिए कुमाऊँ मंडल विकास निगम द्वारा बेहतर व्यवस्थाएं की जा रही है।

यात्री करेंगे इन स्थानों व देव स्थलों का दर्शन

आदि कैलाश यात्रा में आने वाले यात्री व पर्यटक विश्व प्रसिद्ध कैंची धाम में बाबा नीम करोली जी महाराज के दर्शन करेंगे। जिसके पश्चात न्याय के देवता गोलू देवता मंदिर के अल्मोड़ा चितई में दर्शन करेंगे।

इसके बाद बेहद रमणीय देवस्थल जागेश्वर धाम के दर्शन करेंगे जहां 125 भव्य मंदिरों का समूह है। तथा पाताल भुवनेश्वर में पांडवों की गुफा के दर्शन करेंगे जहां पांडवों द्वारा तपस्या की गई। इसके अलावा गूंजी में कालापानी क्षेत्र में काली माता के दर्शन करेंगे।

महर्षि वेदव्यास जी की गुफा का अवलोकन करेंगे। इसके अलावा ओम पर्वत के दर्शन करेंगे। तथा शेष नाग पर्वत के दर्शन करेंगे, इसके अलावा पार्वती सरोवर और शिव मंदिर आदि कैलाश के दर्शन करेंगे।

साथ ही कुमाऊँ मंडल विकास निगम के टूरिस्ट रेस्ट हाउस बहुत ही रमणीय स्थलों में स्थित है जहां से देव भूमि उत्तराखंड की प्राकृतिक व अलौकिक छटा का दर्शन करने को मिलता है इस यात्रा में यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं का अनुभव बेहद अविस्मरणीय रहा है।

यात्रियों का कहना है कि, इस यात्रा का जीवन में बड़ा गहरा प्रभाव पड़ता है और यह यात्रा आध्यात्मिक और प्रकृति के प्रति आपके जहन में नया नजरिया पैदा करती है। कुमाऊँ मंडल विकास निगम द्वारा संचालित की जाने वाली इस यात्रा की पूरी जानकारी आप www.kmvn.com से प्राप्त कर सकते हैं साथ ही बुकिंग भी कर सकते हैं।