फर्जी हस्ताक्षर कर नगर निगम के खाते से उड़ाये 23 लाख रुपये
रिपोर्ट- मनोज नौडियाल
कोटद्वार। नगर निगम की चेक बुक पर जाली हस्ताक्षर कर लाखों रुपए निकालने का मामला प्रकाश में आया। जहां नगर निगम के खाते की चेकबुक पर जाली हस्ताक्षर कर 23 लाख रूपये निकाले गये। बैंक ऑफ इंडिया की ओर से नगर निगम को पूर्व में जारी दो चेक बुक में नगर आयुक्त व लेखा अधिकारी के जाली हस्ताक्षर कर धनराशि निकाली गई है। नगर आयुक्त की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
कोटद्वार नगर निगम का गठन 3 वर्ष पहले हुआ था, निगम के गठन से पूर्व सभी बैंक खातों का संचालन नगर पालिका कोटद्वार के नाम से होता था, कोटद्वार नगर पालिका ने 1979 में बैंक ऑफ इंडिया की कोटद्वार शाखा में खाता खोला था, 23 अगस्त 2005 को नगर पालिका और 3 फरवरी 2018 को नगर निगम के नाम पर इस खाते से दो चेक बुक जारी की गई थी।
नगर निगम प्रशासन की मानें तो इन चेकबुको के संबंध में निगम के पास कोई जानकारी नहीं थी। दो-तीन दिन पूर्व खातों की जांच के दौरान पता चला कि, इन चेकबुको के जरिए बैंक से करीब 23 लाख की धनराशि निकाली गई है।
सूत्रों की मानें तो यह धनराशि पिछले 2 महीने में निकाली गई है। इस संबंध में जब बैंक से जानकारी ली गई तो निगम प्रशासन के पैरों तले जमीन खिसक गई। चेको में नगर आयुक्त के साथ ही लेखाधिकारी के जाली हस्ताक्षर थे।
मामले की गंभीरता को देखते हुए नगर आयुक्त पीएल शाह की ओर से कोटद्वार कोतवाली में पूरे मामले से संबंधित तहरीर दी गई। कोतवाल प्रभारी नरेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि, तहरीर के आधार पर छह संदिग्धों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।