पूर्व प्रधानमंत्री स्व० राजीव गांधी के करीबी कैप्टन सतीश शर्मा का निधन। आज माँ गंगा में किया अस्थि विसर्जन
रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी के खासम खास माने जाने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद कैप्टन सतीश शर्मा का गोवा में निधन हो गया था। आज हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड पर पूरे विधि विधान से उनके परिजनों द्वारा अस्थि विसर्जन किया गया। अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में हरिद्वार कांग्रेस के तमाम नेता मौजूद रहे। उनके तीर्थ पुरोहित पवन पाराशर द्वारा मां गंगा में अस्थि विसर्जन कार्य संपन्न कराया गया।
कैप्टन सतीश शर्मा गांधी परिवार के करीबी माने जाते थे। सतीश शर्मा की राजनीति में एंट्री भी पूर्व पीएम राजीव गांधी द्वारा ही कराई गई थी। इससे पहले वह एक एयरलाइन कंपनी में पायलट के तौर पर काम करते थे सतीश शर्मा को पहली बार 1986 में राज्यसभा जाने का मौका मिला था। यही नहीं राजीव गांधी की मौत के बाद अमेठी लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में उन्हें जीत मिली थी। कैप्टन सतीश शर्मा 1993 से 1996 में पीएम नरसिम्हा राव सरकार में पेट्रोलियम मंत्री भी थे। अमेठी से सांसद चुने जाने के बाद एक बार फिर से कैप्टन सतीश शर्मा 1999 में लोकसभा पहुंचे। हालांकि इस बार उन्हें अमेठी की बजाय रायबरेली सीट से संसद जाने का मौका मिला था। क्योंकि रायबरेली सीट से सोनियां गांधी ने अमेठी से चुनाव लड़ने का फैसला लिया था।
इसके बाद 2004 में कैप्टन सतीश शर्मा ने सोनिया गांधी के लिए जगह खाली की थी। इसके कुछ दिनों बाद ही कैप्टन सतीश शर्मा को दूसरी बार राज्यसभा भेज दिया गया था। यही नहीं 2010 से 2016 के दौरान एक बार फिर से वह राज्यसभा पहुंचे थे, वो अपनी जिंदगी में 6 बार सांसद रहे तीन बार लोकसभा से और तीन ही बार राज्यसभा में चुने थे। उनके करीबी मित्र रामशरण नौटियाल का कहना है कि, कैप्टन सतीश शर्मा एक नेक दिल इंसान थे और राजनीति से हटकर कार्य करते थे और हमेशा सही के साथ खड़े रहते थे। वह काफी बहादुर प्रतिभा के धनी थे। उनके द्वारा कांग्रेस पार्टी के लिए समर्पित भाव से कार्य किया गया।
कैप्टन सतीश शर्मा के बेटे समीर का कहना है कि, हमारे पूरे परिवार ने आज पूरे विधि विधान से मां गंगा में अस्थियों को विसर्जन किया गया। हम मां गंगा से प्रार्थना करते हैं उनकी आत्मा को शांति मिले इनका कहना है कि, मेरे पिता देश और परिवार की सुख शांति चाहते थे। मैं अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में अपनी बहन पत्नी और भाई के साथ आया हूं और मैं हमेशा उनकी इच्छा को पूरा करता रहूंगा और लोगों के लिए कार्य करता रहूंगा।
कैप्टन सतीश का अस्थि विसर्जन कराने वाले उनके तीर्थ पुरोहित पवन पाराशर का कहना है कि, कैप्टन सतीश की अस्थियों को लेकर उनके बेटे समीर अपने परिवार के साथ हरिद्वार आए। हमारे द्वारा पूरे विधि विधान के साथ कैप्टन सतीश की अस्थियों को मां गंगा में विसर्जित कराया गया। इनका कहना है कि, इस वक्त इनका परिवार दिल्ली में रहता है, मगर पहले से यह लुधियाना के रहने वाले हैं।