हरिद्वार: कुम्भ को लेकर एक्टिव मोड में मेलाधिकारी

कुम्भ को लेकर एक्टिव मोड में मेलाधिकारी

रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। आगामी कुंभ मेले का आयोजन भव्य और सफल हो सके, इसको लेकर मेला अधिकारी कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं और यही वजह है कि, मेला अधिकारी हरिद्वार दीपक रावत का कुम्भ मेले के लिए होने वाली व्यवस्थाओं को लेकर लगातार जमीनी स्तर पर निरीक्षण जारी है। आज भी इस क्रम मे मेलाधिकारी ने चंडी घाट पुल के समीप लगने वाले महामंडलेश्वर नगर का स्थलीय निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान संबंधित विभागीय अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। यही नहीं महामंडलेश्वर नगर बसाने के लिए और आने वाले साधु संतों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए मेला अधिकारी ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश भी दिए। मेला प्रशासन द्वारा महामंडलेश्वर नगर के पास रेत पर कलाकृतियां भी बनाई जाएंगी, जो कुम्भ आने वाले श्रद्धालु साधु संतों को मंत्रमुग्ध करेंगी। वहीं निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि ने भी जल्द महामंडलेश्वर नगर बनाए जाने और व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की मांग मेला प्रशासन से की है।

कुम्भ मेले में लगने वाले महामंडलेश्वर नगर का स्थलीय निरीक्षण करने पहुंचे कुम्भ मेलाधिकारी दीपक रावत का कहना है कि, यहां पर जमीन समतल है। महामंडलेश्वर नगर बनाने से पहले यहां पर झाड़ियां कटनी पड़ेगी। जो आसानी से हो जाएगा। गौरीशंकर सेक्टर में बिजिली का कार्य गतिमान है। पानी के लिए भी व्यवस्थाएं यहां पर है। पारंपरिक तरीके से इस भूमि का आवंटन किया जाएगा और महामंडलेश्वर नगर यहां पर बनाया जाएगा। कुम्भ मेले के लिए हमारी रेत में कलाकृतियां बनाने की योजना है। पहले यह योजना चंडी टापू पर क्रियान्वित होनी थी, मगर चंडी टापू पर रेत काफी कम है और महामंडलेश्वर नगर के पास बड़े क्षेत्र में रेत का फैलाव है, तो अब यह योजना यहां पर क्रियान्वित की जाएगी। जिससे स्थानीय और आने वाले श्रद्धालुओं को अच्छी रेत से बनी कलाकृतियां देखने को मिले।

वहीं महामंडलेश्वर नगर बसाए जाने को लेकर निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी का कहना है कि, कुम्भ के दौरान महामंडलेश्वर नगर और साधु संतों के कैम्प पूर्व की भांति यथावत लगाए जाएंगे। अधिकारी इसको लेकर लगातार निरीक्षण कर रहे है। इसमे मेरी मांग है कि, महामंडलेश्वर नगर के निर्माण को अतिशीघ्र पूरा करने का सरकार और प्रशासन प्रयास करें। बहार से आने वाले महापुरुष महामंडलेश्वर के अपने निजी स्थान हरिद्वार में नही है, तो उनके लिए महामंडलेश्वर नगर बनाये जाने की आव्यशकता होती है। कुम्भ मेले के आगाज़ में काफी कम समय रह गया है। इसलिए जल्द कार्य पूरे किए जाए।

बता दें कि, कुम्भ मेले के आगाज़ में कम समय रहने के कारण मेलाधिकारी एक्टिव मोड़ में नज़र आ रहे है। वही अभी तक भी महामंडलेश्वर नगर का निर्माण मेला प्रशासन द्वारा नही किया गया है। यही वजह है कि आज मेलाधिकारी दीपक ने खुद जाकर भूमि का स्थलीय निरीक्षण किया। वही साधु संतों ने भी जल्द महामंडलेश्वर नगर का निर्माण पूरा किये जाने की मांग की है।