वन्य जीवों से परेशान झंडीचौड़ में सुरक्षा दीवार को कसरत। स्थलीय निरीक्षण

वन्य जीवों से परेशान झंडीचौड़ में सुरक्षा दीवार को कसरत। स्थलीय निरीक्षण

रिपोर्ट- मनोज नौडियाल
कोटद्वार। भाबर के झंडी चौड़ में वॉर्ड 37, 39 की सीमा उत्तर प्रदेश के वन सीमा से जुड़ी हुई है। जिसके लिए स्थानीय ग्रामीणों की सुरक्षा दीवार की मांग रही है। ग्रामीणों के अनुसार उनके क्षेत्र में उत्तर प्रदेश वन लगे होने के कारण जंगली जानवरों से जहां खेत की फसलों को नुकसान हो रहा है वहीं उन्हें भी डर के साए में रहना पड़ता है। आज शनिवार को वन विभाग कोटद्वार गुलारझला बीट के कर्मचारियों के साथ पार्षद सुखपाल शाह द्वारा उत्तर प्रदेश उत्तराखंड सीमा के बाबत जानकारी मुहैया करवाई गई।

सुखपाल शाह के अनुसार बताया गया कि, उनके द्वारा शासन-प्रशसन को अवगत करवाया गया और मांग की गई थी। कई सालो से ग्रामीण वन क्षेत्र से आने वाले जंगली जानवरो से दहसत में जी रहे है। वहीं सीमा क्षेत्र से लगे खेत की फसलों का नुक़सान झेल रहे है। उन्होंने ये मामला उत्तराखंड मुख्यमंत्री के संज्ञान में भी शिकायत के रूप में लाए। जिसका संज्ञान लेते हुए वन विभाग के कर्मचारियों ने आश्वासन दिया है कि, इस बार वन विभाग में जैसे ही बजट आता है वैसे ही शीघ्र इस सुरक्षा दीवार का निर्माण करवा दिया जाएगा।

जिसमें उन्होंने सुरक्षा दीवार बनाने के लिए स्थान का निरीक्षण किया और बताया कि, अभी केवल स्थलीय निरक्षण किया जा रहा है। विभाग से मंजूरी मिलते ही कार्य प्रारंभ किया जाएगा। पार्षद सुखपाल शाह वार्ड न 37 के द्वारा बताया गया कि, उनकी और ग्रामीणों की कई वर्षों से सुरक्षा दीवार बनाने की मांग रही है। जिसके लिए उन्होंने वन विभाग को कई पत्र लिखे है। अगर वन मंत्री हरक सिंह रावत द्वारा ग्रामीणों की मांग का संज्ञान लेकर इस सुरक्षा दीवार का निर्माण करवा दे तो ग्रामीणों की जहां जंगली जानवरो से खेत के फसलों का नुक़सान नहीं होगा वहीं ग्रामीणों के जान माल की रक्षा भी होगी।