Exclusive: कांग्रेसी नेता की माँ पर मुकदमा

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कांग्रेसी नेता की माँ पर मुकदमा

– घटिया गुणवत्ता का राशन बांटने का आरोप

टनकपुर। क्षेत्र में एक कांग्रेसी नेता की व्यापारी मां द्वारा घटिया गुणवत्ता की राहत सामग्री बंटवाए जाने का मामला सामने आया है। जब इसकी शिकायत जिलाधिकारी के संज्ञान में आई तो उन्होंने एसडीएम दयानंद सरस्वती को खाद्यान्न निरीक्षण के निर्देश दिए। जिसके बाद एसडीएम के साथ मौके पर पहुंची तहसीलदार खुशबू पांडे, कोतवाल धीरेंद्र कुमार और पूर्ति निरीक्षक भरत राणा ने शिकायत को सही पाया।

जानकारी के अनुसार डीलर के खिलाफ धारा 188, 273, 51ख एवं सुरक्षा खाद्य आपूर्ति मानकों का उल्लंघन की धारा 50 के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया। यहां बताना जरूरी होगा कि, वैष्णव गोयल जिला कांग्रेस के प्रवक्ता हैं। उनकी मां के नाम से राशन वितरण का टेंडर हुआ था। जिसके बाद लॉकडाउन में वह क्षेत्र में घटिया गुणवत्ता वाला राशन बांट रहे थे। जब इस बात की शिकायत जिन लोगोंं में यह सामग्री बांटी गई थी, उन्होंने की तो प्रशासन ने इस पर जांच की। उपजिलाधिकारी ने तहसीलदार को घटिया खाद्य सामग्री सीज करने एवं महिला व्यापारी के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश दिए।जानकारी के अनुसार यह टेंडर मेन बाजार के तक्ष जनरल स्टोर की स्वामी राधा गोयल के नाम पर निकला था। आरोप है कि, तक्ष जनरल स्टोर की ओर से प्रशासन को जो राशन किट दिए गए, उसमें घटिया राशन भरी गई थी। यह राशन शारदा खनन क्षेत्र के मजदूरों में बांटा गया। जिसकी शिकायत मजदूरों ने स्वयं की। डीएम के निर्देश पर तत्काल एसडीएम ने तहसीलदार को राशन सप्लाई करने वाली फर्म तक्ष जनरल स्टोर की निविदा तत्काल निरस्त करने, वितरित किए गए राशन को सीज करने और ठेकेदार फर्म की स्वामी राधा गोयल के खिलाफ कानूनी कार्यवाही के निर्देश दिए।

एसडीएम से भी व्यापारी ने 16, 17 व 18 अप्रैल को राशन किट में घटिया गुणवत्ता की सामग्री की पुष्टि की है। अब सवाल यह है कि, राशन वितरण के नाम पर घटिया राशन बांटे जाने का यह हथकंडा व्यापारी आखिर क्यों अपना रहे हैं? क्या उन्हें समाज सेवा के नाम पर कानूनी कार्यवाही का भय नहीं रह गया? सवाल यह भी है कि, जिला कांग्रेस प्रवक्ता वैष्णव गोयल की फेसबुक आईडी में एसडीएम लिखा गया है। कहीं ऐसा तो नहीं कि, एसडीएम का दिखावा कर कांग्रेस प्रवक्ता द्वारा बड़ा खेल खेला जा रहा हो? बहरहाल, घटिया सामग्री वितरण करने वालों व राशन की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ प्रशासन द्वारा सख्त कार्यवाही की जाए तो तभी इस पर अंकुश लगाया जा सकता है।