केजरीवाल का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड व गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करने की मांग: भट्ट

केजरीवाल का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड व गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करने की मांग

 

सेवा में,
लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड व
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड

विषय- अरविंद केजरीवाल का नाम महिला विरोधी सरकार के रूप में लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड व गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया जाए।

महोदय, भारत ही नहीं वरन विश्व के लोकतंत्र में दिल्ली राज्य की अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी की सरकार ही एक मात्र ऐसी सरकार है जिसने अपने 5 वर्ष का कार्यकाल बिना महिला मंत्री के पूरा कर लिया है।

 

जहां एक और भारत ने इंदिरा गांधी जैसी प्रधानमंत्री दी वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में केजरीवाल जैसा व्यक्ति भी दिया। जिसने अपने 5 साल के कार्यकाल (2015 फरवरी से 2020 जनवरी) में एक भी महिला को अपने मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया। ऐसा नहीं था कि, उनके विधायकों में कोई महिला नहीं थी, आम आदमी पार्टी में 6 महिला विधायक 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत कर आई हैं।

आम आदमी पार्टी जैसा कि, नाम से ही जाहिर है आदमियों/पुरुषों की पार्टी है। शायद इसी लिए किसी महिला को पूरे 5 साल में मंत्री नहीं बनाया गया होगा। जबकि 2013 में केजरीवाल की 49 दिन की सरकार रही जिसमें महिला विधायक राखी बिड़लान को मंत्री बनाया गया था। और वही राखी बिड़लान 2015 में भी जीत कर विधायक बनी।

 

वैसे आपको यह भी बताना चाहूंगा कि, देश में कई ग्रामीण जगहों पर खाप पंचायत होती हैं। जिनमें महिलाओं को नहीं रखा जाता है। आप केजरीवाल सरकार को खाप पुरस्कार से भी सम्मानित कर सकते हैं।

 

साथ ही कई सभासद, पार्षद, प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य, जिला पंचायत सदस्य जीतती तो महिलाएं है, परन्तु उसका सारा काम, बैठक आदि उनके पति ही करते हैं। जिन्हें प्रधान पति कहा जाता है।

 

परन्तु उपरोक्त लोग ग्रामीण या रूढ़िवादी होते हैं जबकि अरविंद बंसल केजरीवाल स्वयं को आईआईटियन और इनकम टैक्स का पूर्व अधिकारी बताते हैं।
तो स्पष्ट है कि केजरीवाल की पुरुषवादी व महिला विरोधी मानसिकता है। तभी केजरीवाल ने 5 साल में किसी भी महिला को मंत्री नहीं बनाया।

 

अतः केजरीवाल सरकार का नाम महिला विरोधी सरकार के रूप में लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड व गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करने की कृपा करें।