श्रमिकों के हितों पर ध्यान दे सरकार: रघुनाथ

Raghunath singh negi

श्रमिकों के हितों पर ध्यान दे सरकार

 

– ठेकेदारों/बिचौलियों द्वारा हो रहा श्रमिकों का आर्थिक शोषण

औद्योगिक इकाइयों को रियायतों के बावजूद ठेकेदारी प्रथा का क्या औचित्य? अधिकांश औद्योगिक इकाइयों/ फैक्ट्रियों में युवाओं से लिया जा रहा ठेके पर काम जबकि हर प्रकार की रियायतें दी जा रही है औद्योगिक इकाइयों को। निर्धारित समय से भी अधिक लिया जाता है काम….

देहरादून। जनसंघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने आज दिनांक- 11/12/19 दिन बुधवार को अपना बयान जारी कर कहा कि, प्रदेश की अधिकांश औद्योगिक इकाइयों में युवाओं से ठेका प्रथा के माध्यम से कार्य कराया जा रहा है, जिसके चलते श्रमिकों का कई प्रकार से शोषण हो रहा है। परंतु दुर्भाग्य की बात यह है कि, सरकार इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है।

इस क्रम में महत्वपूर्ण तथ्य है कि, इन इकाइयों को हर प्रकार की रियायतें प्रदान करने के बावजूद आखिर प्रदेश के युवाओं को मिल ही क्या रहा है? नेगी ने कहा कि, इससे बड़े दुर्भाग्य की बात क्या होगी कि, एक मुख्यमंत्री, जिनके पास स्वयं औद्योगिक विकास विभाग का जिम्मा भी है, उन्होंने गरीब श्रमिकों से मुंह मोड़ लिया रखा है। जिसके फलस्वरूप ठेकेदारों/बिचौलियों के दिन फिर गए हैं।

इसी का फायदा उठाकर श्रमिकों से निर्धारित समय से अधिक कार्य लिया जाता है। इसके अतिरिक्त अजीज वेतन भी 20-30 फ़ीसदी बिचौलियों की जेब में चला जाता है। जिस कारण गरीब मजदूर को 5-7 हजार में संतोष करना पड़ता है। हर मोर्चे पर विफल सरकार कुछ भी करने को तैयार नहीं है।