आगामी चुनाव से पहले जाति समीकरण को साधने में जुटी भाजपा। कार्यकर्ताओं को दिए दिशा-निर्देश
रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। उत्तराखंड में बीजेपी 2022 चुनाव से पहले पूरी तैयारी करने में जुट गई है। बूथ लेवल पर बीजेपी अपने कार्यकर्ता मजबूत कर रही है और हर जाति समीकरण को साधने में लगी है। आज बीजेपी की उत्तराखंड ओबीसी मोर्चा की बैठक बीजेपी सह प्रदेश प्रभारी रेखा वर्मा के नेतृत्व में की गई। इस बैठक में पूरे उत्तराखंड के ओबीसी मोर्चा के पदाधिकारी मौजूद रहे है। जिसमें कार्यकर्ताओं को दिशा-निर्देश दिए कि किस तरह से पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत किया जाए।
बीजेपी 2022 चुनाव से पहले किसी भी जाति समीकरण को साधने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है और इसीलिए हर जाति समीकरण को लेकर कार्यकर्ताओं की बैठक कर रही है। आज प्रदेश प्रभारी रेखा वर्मा के नेतृत्व में उत्तराखंड के ओबीसी मोर्चा के पदाधिकारियों की बैठक की गई और बैठक में प्रदेश प्रभारी रेखा वर्मा ने सभी पदाधिकारियों को बीजेपी की नीति जनता तक पहुंचाने के निर्देश दिए। प्रदेश प्रभारी रेखा वर्मा का कहना है कि, आज हमारे द्वारा ओबीसी मोर्चा की बैठक की गई है और यह मोर्चा काफी अच्छा कार्य कर रहा है। नीचे स्तर तक हमारा संगठन खड़ा हो गया है। आज हमारे द्वारा समीक्षा बैठक की गई, कई विषय इस बैठक में हमारे सामने आए हैं कि, पार्टी और ओबीसी मोर्चा कैसे मजबूत किया जाए, इस पर हम कार्य करेंगे। क्योंकि 2022 में उत्तराखंड विधानसभा चुनाव आने वाला है और हम सब मिलकर चुनाव को कैसे जीते इस पर भी चर्चा की गई है।
वही ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश गिरी का कहना है कि, यह 2022 के चुनाव को देखते हुए बैठक की गई है। इस बैठक में उत्तराखंड सह प्रदेश प्रभारी रेखा वर्मा और संगठन महामंत्री अजय बैठक में मौजूद रहे। इस बैठक में पूरे उत्तराखंड के ओबीसी मोर्चा के पदाधिकारी जिला अध्यक्ष जिला महामंत्री मौजूद रहे। इस बैठक में सह प्रभारी रेखा वर्मा ने दिशा निर्देश दिए कि, संगठन को जमीनी स्तर तक मजबूत कैसे किया जाए और ओबीसी मोर्चा के जिले का गठन, मंडल का गठन कैसे करना है, इस पर हमारे द्वारा विचार किया गया है। जिससे संगठन को मजबूत किया जाए।
बीजेपी 2022 चुनाव से पहले सभी जाति समीकरण को साधने में लगी है। जिससे 2022 के चुनाव में एक बार फिर से जीत हासिल कर सके। इसीलिए आज ओबीसी मोर्चा की प्रदेश स्तरीय बैठक हरिद्वार में आयोजित की गई और संगठन को किस तरह से मजबूत किया जाए इसको लेकर चर्चा की गई।