यूपी की 23 करोड़ आबादी में क्या 15 करोड़ ग़रीब हैं
– रविश कुमार
देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनुसार यूपी में 15 करोड़ ग़रीबों को भोजन कराया गया। उनके ट्विट के स्क्रीन शाट्स देखें! क़रीब सवा तीन करोड़ ग़रीब महिलाओं के जन-धन खाते में 5 हजार करोड़ रुपये जमा कराए गए।
क्या प्रधानमंत्री के इस कथन में कुछ गड़बड़ है?
यूपी की आबादी 23 करोड़ है। पीएम मोदी के अनुसार 15 करोड़ ग़रीबों को खाना खिलाया। क्या यूपी की पचास फ़ीसदी से अधिक आबादी ग़रीब हैं? 15 करोड़ ग़रीब है तो सिर्फ़ सवा तीन करोड़ के खाते में ही मदद राशि पहुँची है। तीन करोड़ महिलाओं के खातों के ज़रिए इन 15 करोड़ घरों में कुछ पैसा तो पहुँचा है लेकिन तीन किश्तों में। यूपी में 6.54 करोड़ जन-धन खाते है। इस संख्या को दो तरह से देखें। 15 करोड़ ग़रीबों में से पचास फ़ीसदी से भी कम का जन-धन खाता है।फिर भी महिला और पुरुष दोनों के खाते में पैसा जाता तो हर परिवार के दो लोगों के खाते में जा सकता था। इसलिए एक वर्ग को चुना गया होगा। यूपी सरकार के ट्विट देखता रहता हूँ। तालाबंदी के दौर में राज्य सरकार और स्वयंसेवी संगठनों के किचन से रोज़ 12-15 लाख फ़ूड पैकेट्स बाँटे जाने का आँकड़ा होता था। क्या रोज़ का आँकड़ा जोड़ कर 15 करोड़ की संख्या बनाई गई? या इसमें उन सभी सदस्यों को गिना गया है जिनके मुखिया को राशन मिला है? शायद। कितने लोगों को राशन दिया गया वो देखना रहा। प्रधानमंत्री ने कहा है। वे तो मेरी तरह गणित में कमज़ोर नहीं हो सकते।