Weather Alert: आज इन जिलों में भारी बारिश की संभावना। ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी

आज इन जिलों में भारी बारिश की संभावना। ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी

  • कई राज्य मार्ग और जिला मार्ग समेत 275 सड़कें बाधित

Weather Update: उत्तराखंड में भारी बारिश का दौर जारी है। फिलहाल बारिश से राहत के आसार नहीं है। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक अगले 24 घंटे तक राज्य के सभी जनपदों में भारी बरसात की संभावना है, जिसको लेकर कई दौर का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

आज भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट

मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक आज राज्य में कुमाऊं और गढ़वाल मंडल के सभी जनपदों में भारी बारिश की संभावना है जिसको लेकर बारिश के तीव्र से अत्यंत तीव्र दौर का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान मौसम विभाग ने लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह भी दी है।

20 जुलाई तक जारी रहेगा बारिश का दौर

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ विक्रम सिंह के मुताबिक 18 जुलाई को राज्य के पर्वतीय जनपदों के साथ ही देहरादून हरिद्वार उधम सिंह नगर समेत तमाम मैदानी इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। जिसको लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया। निदेशक डॉ विक्रम सिंह ने बताया कि 19 और 20 जुलाई को बारिश का दौर जारी रहेगा

19 जुलाई को कुमाऊं के बागेश्वर, चंपावत, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ में ऑरेज अलर्ट और बाकी के जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। 20 जुलाई के लिए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है।

मौसम विभाग ने इस अलर्ट के दौरान लोगों को नदी किनारों से दूर रहने की सलाह दी है। भारी बारिश के दौरान पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में जितना हो सके पहाड़ों पर सफर करने के बचना चाहिए।

भारी बारिश से 275 सड़कें बाधित

उत्तराखंड में राजधानी देहरादून सहित कई जिलों में हुई भारी बारिश की वजह से 275 सड़कें बाधित हैं जिनमें कई राज्य मार्ग और जिला मार्ग सहित आंतरिक मार्ग शामिल है।

उधर आपदा में बचाव राहत कार्य के लिए दो हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं जबकि हरिद्वार में बैराज के टूटे हुए गेट के लिए स्टांप ब्लॉक लगाया गया है।

भारी बारिश की वजह से जहां बद्रीनाथ मार्ग में मलवा आने से हजारों यात्री फंसे रहे वहीं दूसरी तरफ मधु गंगा में बहने से दो बहनों की मौत हो गई। भारी बारिश की वजह से कई नदियां उफान पर बह रही हैं।

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक अगले 3 दिन तक इसी तरह बरसात रहने की उम्मीद जताई गई है। लिहाजा आपदा प्रबंधन व सभी जिलों के जिला प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।