बड़ी खबर: नौकरी के नाम पर करोड़ों रूपए ठगने वाले पांडे की जब्त होगी संपत्ति। DGP ने दिए आदेश

नौकरी के नाम पर करोड़ों रूपए ठगने वाले पांडे की जब्त होगी संपत्ति। DGP ने दिए आदेश

 

देहरादून। मुख्यालय पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड द्वारा विधानसभा, सचिवालय व अन्य सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने से सम्बन्धित अभियुक्त रितेश पाण्डे के विरूद्ध जनपद ऊधमसिंहनगर, नैनीताल, अल्मोड़ा तथा बागेश्वर में पंजीकृत अभियोगों की विवेचना एसटीएफ की कुमाऊँ यूनिट को स्थानान्तरित करने और अभियुक्त की अवैध रूप से अर्जित की गयी सम्पत्ति को जब्त करने के आदेश पारित किये गये हैं।

नौकरी के नाम पर लोगों से करोड़ों रूपए की ठगी करने वाले शातिर ठग रितेश पाण्डे के बैंक खातों को पुलिस ने फ्रिज कर दिया है। जबकि उसके द्वारा अर्जित की गई अवैध संपत्ति को गैंगस्टर एक्ट के तहत जब्त करने की तैयारी पुलिस द्वारा की जा रही है।

वहीं ठग पर दर्ज मुकदमों की विवेचना एसटीएफ देहरादून द्वारा की जाएगी। बता दें कि जेल रोड हल्द्वानी निवासी रितेश पाण्डे पुत्र मोहन चंद्र पाण्डे पर उधमसिंह नगर, नैनीताल, अल्मोड़ा और बागेश्वर में 16 मुकदमे दर्ज हैं।

डीआईजी कुमाउं रेंज डा. नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि शातिर ठग रितेश पाण्डे ने नौकरी लगाने के नाम पर लोगों से लगभग 10 करोड़ रूपए की ठगी की है।

पांच माह से फरार आरोपी को गैंगस्टर एक्ट में निरुद्ध ढाई हजार रूपए का ईनाम घोषित किया था। बाद में दन्या पुलिस ने फरार आरोपी को देहरादून से गिरफ्तार किया था।

शातिर जालसाज रितेश पाण्डे के खिलाफ काशीपुर, खटीमा, गदरपुर, रामनगर, मुखानी, मल्लीताल, काठगोदाम, लमगड़ा, दन्या, बैजनाथ में धोखाधड़ी के मुकदमे दर्ज किए हैं। हल्द्वानी के मुखानी थाने में पांच और बैजनाथ जिला बागेश्वर में दो मुकदमे दर्ज हैं।