एक्सक्लूसिव: वर्कआउट के लिए ओवर टाइम लगा रही डीएस रावत की टीम, अवैध निर्माण धारकों में रावत का खौफ

वर्कआउट के लिए ओवर टाइम लगा रही डीएस रावत की टीम, अवैध निर्माण धारकों में रावत का खौफ

– दर्जनों अवैध कॉलोनियों पर चला चुके है बुलडोजर

रिपोर्ट- सलमान मलिक
रुड़की। अमूमन सरकारी कर्मचारियों/अधिकारियों पर भ्रष्टाचार और लापरवाही के आरोप लगते रहते है। लेकिन इन्ही के बीच कुछ अधिकारी अपने काम के प्रति पूरी ईमानदारी और लगन से विभाग और क्षेत्र में खूब नाम कमाते है और जनता के दिलो पर भी राज करते है।

ऐसे ही एक अधिकारी रुड़की विकास प्राधिकरण के सहायक अभियंता के तौर पर अपनी टीम के साथ विभागीय कार्य में ओवर टाइम के साथ निष्ठापूर्वक काम को अंजाम दे रहे है। जी हां, रुड़की विकास प्राधिकरण में तैनात सहायक अभियंता डी. एस. रावत का पूरे डिपार्टमेंट में जलवा है।

डी. एस. रावत के टीम वर्क की विभागीय अधिकारी भी सराहना करते है, वहीं अवैध निर्माण धारकों में रावत का खौफ है। अभी हाल में भी उच्चाधिकारियों के निर्देश पर रावत ने कई बड़ी अवैध कॉलोनियों को बुलडोजर से धवस्त कराया है, जिसके बाद निर्माण धारक नियमों के साथ निर्माण करने पर मजबूर हुए है।

आपको बता दें कि, रुड़की शहर से लेकर देहात क्षेत्रों तक अवैध कॉलोनियों व अवैध निर्माणों से सरकार को राजस्व का बड़ा चुना लग रहा है, अक्सर संबंधित विभाग की कार्यशैली पर भी सवाल उठते रहते है, लेकिन इन्हीं के बीच कुछ अधिकारी विभाग की साख बचाने की पुरजोर कोशिश में लगे है।

रुड़की एचआरडीए विभाग में सहायक अभियंता के तौर पर तैनात ड़ी. एस. रावत इन दिनों अपने टीम वर्क को लेकर खासे चर्चाओं में है। डी एस रावत और उनकी टीम वर्क आउट के लिए ओवर टाइम तक दफ्तरों में डटे हुए है। इसके साथ ही क्षेत्रीय कार्यवाही को भी सुचारू रखा जा रहा है।

बड़ी बात ये है कि, अवैध कॉलोनियों से लेकर अवैध निर्माणों पर डीएस रावत तत्काल एक्शन लेते है और कार्रवाई को अंजाम देकर अवैध निर्माण धारकों को आइना दिखाने का काम करते है। अभी हाल ही में डीएस रावत ने क्षेत्र की दर्जनों अवैध कॉलोनियों के खिलाफ ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की है।

कई बड़े निर्माणों को सील कर नियमों का पाठ पढ़ाया गया है, अवैध निर्माण धारकों में डीएस रावत का खौफ़ है, तो वहीं विभागीय अधिकारियों में रावत के कार्यो की खूब प्रशंसा होती है। भ्रष्ट और लापरवाह अधिकारियों के लिए डीएस रावत एक नजीर है।