एक्सक्लूसिव: बाल विकास विभाग में तैनात आउटसोर्स कर्मचारियों की सेवा समाप्त। सिक्योरिटी मनी डकारने की फिराक में ए स्क्वायर

बाल विकास विभाग में तैनात आउटसोर्स कर्मचारियों की सेवा समाप्त। सिक्योरिटी मनी डकारने की फिराक में ए स्क्वायर

रिपोर्ट- अनुज नेगी
देहरादून। प्रदेश में प्रचंड बहुमत भाजपा सरकार के आते ही सैकड़ो युवाओं के सामने बेरोजगारी का संकट बढ़ने लगा हैन वहीं बेरोजगार युवा सरकार के खिलाफ आक्रोशित हो रहे है और अपनी नौकरी बचाने के लिए वरिष्ठ पत्रकार उमेश कुमार से गुहार लगा रहे है।

ताजा मामला प्रदेश के चर्चित विभाग मंत्री रेखा आर्य के महिला एवं बाल विकास में आउटसोर्सिंग एजेंसी “ए स्क्वायर” का है। वर्ष 2021-22 में आउटसोर्सिंग एजेंसी “ए स्क्वायर” ने महिला एवं बाल विकास में 400 युवाओं को विभिन्न पदों पर रोजगार उपलब्ध कराया था, जिसमें कंपनी ने प्रत्येक कर्मचारी से सिक्योरिटी मनी के नाम पर अपने NGO के खाते में करोड़ो रूपये जमा कराए।

जिस पर जमकर हंगामा भी हुआ और मंत्री रेखा आर्य पर सवाल उठने लगे, मगर अब विभाग ने 31 मार्च को कंपनी की सेवा समाप्त कर दी है और नए टैंडर के लिए प्रक्रिया शुरु कर दी है।

वहीं लाखों रुपए देकर आउटसोर्स कर्मचारियों में बेरोजगारी के संकट के बादल मंडराने लगे है। कर्मचारियों का कहना है कि, कंपनी में हमारे लाखो रुपये जमा है, पहले हमें हमारे रुपये वापस कराया जाए, अगर हमें हमारे पैसे वापस नही किए गए तो इसमें विभाग की पूरी जिम्मेदारी होगी।

वहीं कर्मचारियों का कहना है कि, अगर अब दूसरी कंपनी को टेंडर होता है, तो वह भी सिक्योरिटी मनी के नाम लाखो रुपये लेगी, जिससे प्रदेश के बेरोजगार युवाओ का शोषण होगा।

वहीं अब आउटसोर्स कर्मचारी ने अपनी नौकरी बचाने के लिए वरिष्ठ पत्रकार एवं खानपुर के विधायक उमेश कुमार से गुहार लगाई है।

आपको बतादें कि, पूर्व में वरिष्ठ पत्रकार एवं खानपुर विधायक उमेश कुमार ने आउटसोर्स कर्मचारियों से पेसो के लेनदेन को लेकर “ए स्क्वायर” कंपनी के खिलाफ उत्तराखंड डीजीपी अशोक कुमार को लिखत शिकायत की थी।

मगर उस वक्त पुलिस की ओर से कंपनी पर कोई भी कार्यवाही नही की गई थी। वही अब वरिष्ठ पत्रकार उमेश कुमार के खानपुर विधायक बनते ही पुलिस हरकत में आई और उमेश कुमार की शिकायत पर जांच शुरू कर दी गई, जिससे पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगें है।