विधायकों ने कहीं विकास तो कहीं योजनाएं गिनाई। विधायक निधि खर्च करने में कंजूसी दिखाई
प्रदेश चुनावी मोड में है। नेता अपनी दावेदारी भी पेश कर रहे हैं। विकास की बात की जा रही है। योजनाएं भी गिनाई जा रही हैं। लेकिन विधायक अपनी निधि खर्च करने में ही कंजूसी दिखा रहे हैं।
बात प्रदेश की करें तो 71 विधायकों में 12 की निधि 70 फीसद से कम खर्च हुई है। 2017 से सितंबर 2021 तक कुल 1256.50 करोड़ निधि उपलब्ध हुई। इसमें से सितंबर 2021 तक केवल 963.40 करोड़ रुपये ही खर्च हो सके। अभी 293.10 करोड़ निधि खर्च होनी शेष है।
काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन ने उत्तराखंड के ग्राम्य विकास आयुक्त कार्यालय से विधायक निधि खर्च संबंधी सूचना मांगी थी। इस पर लोक सूचना अधिकारी/उपायुक्त (प्रशासन) हरगोविंद भट्ट ने विधायक निधि वर्ष 2017-18 से 2021-22 का विवरण उपलब्ध कराया।
इसमें सितंबर 2021 के अंत तक की विधायक निधि खर्च का विवरण दिया गया है। नदीम को उपलब्ध सूचना के अनुसार सबसे कम विधायक निधि खर्च करने में केदारनाथ विधायक मनोज रावत का नाम शामिल है। सर्वाधिक 90 फीसद निधि खर्च वाले नैनीताल के पूर्व विधायक संजीव आर्य हैं।
धन सिंह की निधि 60 फीसद खर्च। 61 से 65 फीसद खर्च वाले विधायकों में महेश नेगी, सुरेन्द्र सिंह नेगी, सहदेव पुंडीर शामिल हैं। 66 से 70 फीसद वालों में प्रीतम सिंह, मगन लाल शाह, मदन सिंह कौशिक, मुन्ना सिंह चौहान, करन माहरा, पुष्कर सिंह धामी, विनोद चमोली, महेंद्र भट्ट शामिल हैं।
71 से 75 फीसद खर्च करने वाले विधायकों में प्रेमचंद्र, यशपाल आर्य, सुरेन्द्र सिंह जीना, राजकुमार ठुकराल, केदार सिंह रावत, खजान दास, हरवंश कपूर, गोविंद सिंह कुंजवाल, त्रिवेंद्र सिंह रावत, सतपाल महाराज, राजकुमार, विजय सिंह पंवार, सुबोध उनियाल शामिल हैं।
76 से 80 प्रतिशत खर्च वाले विधायकों में राजेश शुक्ला, हरीश सिंह धामी, हरभजन सिंह चीमा, हरक सिंह, उमेश शर्मा, दीवान सिंह बिष्ट, पूरन सिंह फर्त्याल, भारत सिंह चौधरी, इंदिरा हृदयेश, अरविंद पांडेय, आदेश सिंह चौहान (जसपुर), रेखा आर्य, देशराज कर्णवाल, बलवंत सिंह, रितु खंडूरी, सुरेश राठौर, चंद्रा पंत, ममता राकेश, शक्तिलाल शाह, रघुराम चौहान, कैलाश गहतोड़ी, चंदन राम दास शामिल हैं।
81 से 85 फीसद खर्च वाले विधायकों में दिलीप सिंह रावत, गणेश जोशी, यतीश्वरानन्द, बिशन सिंह चुफाल, प्रेम सिंह राणा, मुकेश कोली, जीआइजी मैनन, मीना गंगोला, काजी निजामुद्दीन, प्रीतम सिंह पंवार, संजय गुप्ता, विनोद भंडारी, सौरभ बहुगुणा, प्रदीप बत्रा शामिल हैं।
वहीं, कुंवर प्रणव सिंह चैम्पियन, राम सिंह कैड़ा, फुरकान अहमद, आदेश चौहान (रानीपुर), बंशीधर भगत, धन सिंह नेगी, नवीन चन्द्र दुम्का, गोपाल सिंह रावत, व संजीव आर्य ने 86 से 90 फीसद निधि खर्च की है।