48 घंटे बीते पर भूस्खलन पीड़ितों की सुध लेने नहीं पहुंचा शासन-प्रशासन
रिपोर्ट- मनोज नौडियाल
कोटद्वार। ग्राम जलेथा विकासखंड जयहरीखाल में विगत 3 दिनों की बारिश ने गांव के कई लोगों को भारी नुकसान भूस्खलन होने और मकानों के नीचे दरार आने से पहुंचा दिया है।
बड़ी तादाद में गांव के लोग भूस्खलन के कारण प्रभावित हुए हैं। अभी तक पीड़ित परिवारों के हाल-चाल और नुकसान की जानकारी लेने शासन प्रशासन के लोग कोई भी गांव में नहीं पहुंचे हैं।
कांग्रेस नेत्री रंजना रावत ने कल प्रातः 9:00 बजे जलेथा गांव पहुंच कर पीड़ित लोगों का हालचाल जाना ओर मुख्यमंत्री उत्तराखंड को तत्काल पत्र लिखकर पीड़ितों को नुकसान के अनुरूप मुआवजा दिए जाने की मांग की।
कांग्रेसी नेत्री ने प्रशासन के द्वारा पीड़ित लोगों को राहत प्रदान न किए जाने की घोर लापरवाही पर कड़ा आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि, ग्राम सभा के नवागैर तोक में और खोबु तोक में भारी नुकसान भूस्खलन के कारण हुआ है।
नवागैर तोक में बिजली के पोल गिर गए और बड़े-बड़े पेड़ भी उखड़ कर मकानों के ऊपर गिरे हैं। इस भूस्खलन और तूफान की घटना में नवागैर तोक में जानमाल की क्षति तो नहीं हुई है। लेकिन खोबू तोक में दो बकरियां दीवार गिरने के कारण दबकर मर गई हैं।
महिला कांग्रेस की प्रदेश महामंत्री रंजना रावत ने बताया कि, 48 घंटे बीतने के बाद भी शासन-प्रशासन के द्वारा जलेथा गांव के पीड़ित लोगों की सुध नहीं ली गई है। इससे और अधिक सरकार की इस बरसात के मौसम में लापरवाही और क्या होगी।
उन्होंने जलेथा ग्राम वासियों के भूस्खलन से हुए नुकसान का शीघ्र से शीघ्र निरीक्षण कर पीड़ितों को नुकसान के अनुरूप मुआवजा देने की मांग की है।
कांग्रेस नेत्री के साथ भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने में विद्या लाल, जितेंद्र सिंह, सुरेंद्र सिंह, वेद प्रकाश, मानसिंह, शाकुम्भरी देवी, महेश्वरी देवी, सरोजनी देवी और दीपक सिंह मौजूद रहे।