ऋषिकेश एम्स में भर्ती हुए कोरोना पॉजिटिव अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष

ऋषिकेश एम्स में भर्ती हुए कोरोना पॉजिटिव अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष

रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। पूरे देश में दुबारा कोरोना संक्रमण का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। वही धर्म नगरी हरिद्वार में चल रहे महाकुंभ मेले पर भी कोरोना का खतरा लगातार बना हुआ है। हरिद्वार में हर रोज कोरोना के पॉजिटिव की संख्या बढ़ रही है। रोजाना महाकुम्भ मेले के दौरान भारी सांख्य में कोरोना संक्रमण साधु संतों को भी अपनी चपेट में ले रहा है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि भी कोरोना पॉजिटिव हो गए, देर रात अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष की हालत बिगड़ने पर मेला स्वास्थ्य टीम ने पहले तो निरंजनी अखाड़े पहुंच महंत नरेंद्र गिरी की जरूरी जांच की और गंभीर हालत को देखते हुए महंत नरेंद्र गिरी को एम्स हॉस्पिटल ऋषिकेश में भर्ती कराया गया है। जहाँ उनका उपचार जारी है।

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के कोरोना पॉजिटिव होने से साधु संतों में भी हड़कंप मचा गया था। महंत नरेंद्र गिरी निरंजनी अखाड़े में आइसोलेट थे, वही कोरोना का हरिद्वार में प्रकोप जारी है। कल शाही स्नान के दिन भी हरिद्वार में 563 कोरोना संक्रमित मरीज मीले है, जो काफी ज्यादा है। इसमें 112 लोग ऐसे शामिल है, जो दूसरे राज्यो से हरिद्वार स्नान के लिए आए थे। वही कुम्भ मेला क्षेत्र की बात करे तो मेला क्षेत्र में भी 102 पॉजिटिव मरीज मीले है।

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी के ऐम्स हॉस्पिटल में भर्ती किए जाने पर कुम्भ मेलाधिकारी स्वास्थ्य अर्जुन सिंह सेंगर का कहना है कि, कल महंत नरेंद्र गिरी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। उनको थोड़ी तकलीफ होने के कारण उनकी जांच हेतु ऋषिकेश ऐम्स में भर्ती कराया गया है। कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद से ही महंत नरेंद्र गिरी अपने आश्रम में आइसोलेट थे। फिलहाल महंत नरेंद्र गिरी की हालत स्थिर है।

बता दें कि, कोरोना का प्रकोप महाकुंभ मेले पर लगातार पड़ रहा है। भारी संख्या में साधु संत भी कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। इससे साधु-सतों में भी खौफ का माहौल उत्पन्न हो रहा है। साथ ही शासन और मेरा प्रशासन के लिए भी बड़ी चिंता का विषय है। क्योंकि कल कुंभ मेले का एक बड़ा शाई स्नान है। इसको कोरोना के खतरे से सकुशल संपन्न कराना शासन और मेला प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है।