कुंभ मेले का नोटिफिकेशन ना होने से व्यापारियों में आक्रोश

कुंभ मेले का नोटिफिकेशन ना होने से व्यापारियों में आक्रोश

रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार में होने वाले कुंभ में हर बार जनवरी से नोटिफिकेशन किया जाता रहा है। मगर इस बार राज्य सरकार द्वारा नोटिफिकेशन ना किए जाने से हरिद्वार के व्यापारी काफी आक्रोशित नजर आ रहे हैं। आज प्रदेश व्यापार मंडल के व्यापारियों ने बैठक कर सरकार से मांग की है कि, जनवरी से ही कुंभ मेले का नोटिफिकेशन किया जाए। क्योंकि देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु अभी असमंजस में है कि, कुंभ मेला होगा या नहीं। श्रद्धालुओं के ना आने के कारण हरिद्वार का व्यापार भी इससे प्रभावित होगा। वहीं शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक फरवरी में नोटिफिकेशन की बात कर रहे हैं।

राज्य सरकार द्वारा कुंभ मेले को लेकर अभी नोटिफिकेशन की कार्रवाई शुरू नहीं की गई है। इसको लेकर हरिद्वार का व्यापारी आक्रोशित है। आज प्रदेश व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने एक बैठक कर सरकार से मांग की है कि, जल्द से जल्द कुंभ मेले को लेकर नोटिफिकेशन जारी किया जाए। प्रदेश व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष राजीव चौधरी का कहना है कि, सनातन परंपरा के अनुसार हरिद्वार में जब से महाकुंभ लगता आ रहा है, वह जनवरी के पहले माह से ही शुरू होता है। मगर यह दुर्भाग्य का विषय है कि, अभी तक सरकार ने कुंभ मेले का नोटिफिकेशन ही जारी नहीं किया। हमने बैठक के माध्यम से सरकार से मांग की है कि, सरकार जनवरी में ही कुंभ का नोटिफिकेशन जारी करें।

क्योंकि इस कारण देश और विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो रही है कि, कुंभ मेला होगा या नहीं। हम अखाड़ा परिषद गंगा सभा और संत समाज से आवाहन करते हैं कि, वो खामोश रहकर सरकार के फैसले का समर्थन ना करें। इनका कहना है कि, प्रदेश व्यापार मंडल 14 जनवरी को सभी एक अखाड़े गंगा सभा को बुलाकर के शाही तरीके से कुंभ का स्नान करेगा। इससे हम देश विदेश के श्रद्धालुओं को संदेश देने का कार्य करेंगे कि महाकुंभ का आयोजन शुरू हो गया है और वह हरिद्वार कुंभ में स्नान करने आए। क्योंकि कोरोना महामारी की वजह से व्यापार हरिद्वार का ठप पड़ा है। सिर्फ कुंभ से ही हमारी आखिरी उम्मीद है और इसी को देखते हुए हम 14 तारीख को यात्रा निकालेंगे।

हम शहरी विकास मंत्री से कहना चाहते हैं कि, वह हमारी इस पीड़ा को समझें और सनातन धर्म की मान्यता को भी समझे। जब बड़ी-बड़ी रैलियां हो रही है, राजनीतिक दलों के चुनाव किए जा रहे हैं, धन्य प्रदर्शन हो रहे हैं, उसमें कोरोना महामारी का कोई खतरा नहीं, मगर धार्मिक आयोजन कोरोना महामारी का खतरा बन जाता है। भारत सरकार की गाईडलाइन के अनुसार जनवरी से ही कुंभ को मनाने की अनुमति दी जाए और सरकार जनवरी में नोटिफिकेशन जारी नहीं करती है तो 14 जनवरी के बाद व्यापारी बैठक कर आंदोलन की रूपरेखा तय करेगा।

व्यापारियों द्वारा सरकार से यह भी मांग की जा रही है कि, जनवरी से ही कुंभ मेले का नोटिफिकेशन किया जाए। मगर सरकार अभी नोटिफिकेशन करने के मूड में नजर नहीं आ रही है। शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक का कहना है कि, कुंभ मेले का नोटिफिकेशन फरवरी महीने में किया जाएगा। जनवरी में नोटिफिकेशन सरकार द्वारा अभी करने की कोई तैयारी नहीं है।

बताना जरूरी होगा कि, कुंभ मेले के नोटिफिकेशन को लेकर व्यापारियों में आक्रोश देखने को मिल रहा है। व्यापारियों ने आज बैठक कर सरकार से जनवरी में ही कुंभ मेले का नोटिफिकेशन की मांग की है तो वहीं शहरी विकास मंत्री ने जनवरी में नोट इक्वेशन करने की बात को नकार दिया है और सरकार नोटिफिकेशन फरवरी महीने में करेगी। अब देखना होगा 14 फरवरी के दिन व्यापारी यात्रा के माध्यम से गंगा स्नान करेंगे और अगर सरकार द्वारा उनकी मांग पूरी नहीं होती है, तो सभी व्यापारी बैठक कर आगे की रूपरेखा तय करेंगे।