हरिद्वार नगर निगम के दावे हुए हवा-हवाई। कड़कड़ाती ठंड में यात्री हो रहे परेशान
रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। पहाड़ों में पड़ रही बर्फ और मैदान में कोहरे के चलते हरिद्वार में पारा अपने न्यूनतम स्तर तक जा पहुंचा है। हरिद्वार में यात्री भी भारी संख्या में आ रहे हैं और स्थानीय निवासियों को भी ठंड ने परेशान कर रखा है। मगर नगर निगम द्वारा कहीं पर भी अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है। इससे स्थानीय निवासी और बाहर से आने वाले यात्रियों में आक्रोश है। वहीं नगर निगम के अधिकारियोंं द्वारा काफी स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की जाने की बात की जा रही है। मगर वह व्यवस्था धरातल पर दिखाई नहीं दे रही है। धरातल पर कहीं दिखाई नहीं दे रही है।
धर्मनगरी होने की वजह से यहां पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु मां गंगा में आस्था की डुबकी लगाने आते हैं। मगर पहाड़ों पर लगातार हो रही बर्फबारी और निचले इलाकों में कोहरे की वजह से हरिद्वार में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। गरीब लोगों के लिए और बाहर से आने वाले यात्रियों को ठंड से बचाने के लिए नगर निगम द्वारा बस अड्डा रेलवे स्टेशन और आसपास के तमाम क्षेत्रों में अलाव की व्यवस्था की जाती है। मगर इस बार नगर निगम के अधिकारी कुंभकरण की नींद सोए हुए हैं और कहीं पर भी नगर निगम द्वारा अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि, पहाड़ों पर हो रही लगातार बर्फबारी की वजह से निचले इलाकों में काफी ठंड हो रही है। मगर नगर निगम द्वारा अलाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। नगर निगम को जगह-जगह अलाव की व्यवस्था करनी चाहिए, ना ही रेलवे स्टेशन, ना ही उसके आसपास कोई निगम द्वारा अलाव की व्यवस्था की गई है। इससे यात्री और स्थानीय निवासियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
वही बाहर से आने वाले यात्रियों का कहना है कि, हम इलाहाबाद से हरिद्वार गंगा स्नान करने आए हैं। हमें उम्मीद नहीं थी कि हरिद्वार में इतनी ठंड हो रही है। हरिद्वार में इस समय बर्फीली हवाएं चल रही है। इस कारण यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें कि, सर्दी के मौसम में नगर निगम द्वारा कई स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की जाती है। बस अड्डा, रेलवे स्टेशन, हर की पैड़ी और आसपास के तमाम क्षेत्रों में नगर निगम द्वारा स्थान चिन्हित कर लकड़िया डाली जाती है। जिससे यात्री और गरीब स्थानीय निवासी ठंड से बच सके। मगर इस बार नगर निगम द्वारा इस तरह की कोई भी व्यवस्था नहीं की गई है। इसके विपरीत नगर निगम के मुख्य नगर आयुक्त द्वारा कई स्थानों पर अलाव की व्यवस्था नगर निगम द्वारा की जाने की बात की जा रही है। इनका कहना है कि, नगर निगम द्वारा पिछले सप्ताह से ही 10 स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की गई है और इसमें मुख्य रूप से रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और जहां पर यात्री और गरीब लोगों के लिए व्यवस्था की गई है।
कड़ाके की ठंड में अलाव एक माध्यम होता है जिससे लोग ठंड से बच सके। हरिद्वार नगर निगम द्वारा दावे किए जा रहे हैं कि, उनके द्वारा बाहर से आने वाले यात्रियों और गरीब लोगों के लिए अलाव की व्यवस्था की गई है। मगर धरातल पर उनके दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं। क्योंकि स्थानीय निवासियों द्वारा अपने ही पैसों से अलाव की व्यवस्था की जा रही है। अब देखना होगा नगर निगम अपनी कुंभकरण की नींद से जाग कर यात्रियों और गरीब लोगों के लिए अलाव की व्यवस्था करता है या नहीं।