हरिद्वार की सड़कों पर सांभर का हुड़दंग। घंटो बाद जंगल में लौटा

हरिद्वार की सड़कों पर सांभर का हुड़दंग। घंटो बाद जंगल में लौटा

रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार के भेल क्षेत्र का काफी हिस्सा राजाजी टाइगर रिजर्व से लगा हुआ है और यहां आए दिन जंगली जानवर रिहायशी इलाकों में आ जाते हैं। जिस वजह से स्थानीय निवासियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। आज टिहरी स्थापित कॉलोनी में एक सांभर के आने से हड़कंप मच गया। यह सांभर कॉलोनी की सड़कों पर काफी देर तक घूमता रहा और उसके बाद राजाजी टाइगर रिजर्व के जंगलों में वापस चला गया।

भेल क्षेत्र में सांभर हिरण और बारहसिंघा के आने से कई बार हादसे भी हो चुके हैं। मगर वन विभाग इन जंगली जानवरों को रिहायशी इलाकों में आने से रोकने में नाकाम साबित हो रहे हैं। आज एक सांभर के टिहरी स्थापित कॉलोनी में आने से अफरातफरी का माहौल बन गया। स्थानीय निवासियों का कहना है कि, क्षेत्र में राजाजी टाइगर रिजर्व से जंगली जानवर निकलकर आते रहते हैं और बेरोकटोक सड़कों पर घूमते हैं और इस वजह से कई बार हादसे भी हो चुके हैं। सड़कों पर आने से लोगों के साथ-साथ इन जानवरों को भी नुकसान हो सकता है।

उक्त मामले में स्थानीय बीजेपी विधायक आदेश चौहान का कहना है कि, भेल का काफी क्षेत्र राजाजी टाइगर रिजर्व से लगा हुआ है और वहां से बारह सिंगा हिरन और सांभर हाथी रिहायशी इलाकों में आ जाते हैं। इस मामले को लेकर मेरे द्वारा वन विभाग के अधिकारियों से वार्ता की जाएगी कि, उनके द्वारा जंगली जानवरों को रिहायशी इलाकों में आने से रोका जाए। वन विभाग द्वारा क्षेत्र में दीवारें भी बनाई गई है। मगर कई जगह दीवार क्षतिग्रस्त होने के कारण जंगली जानवर रिहायशी इलाकों में आ जाते हैं। क्योंकि कुछ स्थानीय निवासियों द्वारा दीवार को क्षतिग्रस्त किया जाता है। इसको लेकर मेरे द्वारा वन विभाग के अधिकारियों से वार्ता की जाएगी।

बता दें कि, भेल क्षेत्र में आए दिन जंगली जानवर आतंक का पर्याय बने रहते हैं। मगर वन विभाग जंगली जानवरों को रिहायशी इलाकों में आने से रोकने में नाकाम ही साबित होते हैं। आज भी टिहरी स्थापित कॉलोनी में सांभर ने घंटों उत्पात मचाया और उसके बाद राजाजी टाइगर रिजर्व में वापस चला गया।