कोटद्वार में दिखा भारत बंद का असर, अधिकांश व्यापारियों ने बंद रखे प्रतिष्ठान। कांग्रेस व आप ने दिया समर्थन

कोटद्वार में दिखा भारत बंद का असर, अधिकांश व्यापारियों ने बंद रखे प्रतिष्ठान। कांग्रेस व आप ने दिया समर्थन

रिपोर्ट- मनोज नौडियाल
कोटद्वार। केन्द्र सरकार के द्वारा पारित किसान बिल के विरोध में किसानों के आह्वान पर राष्ट्रव्यापी भारत बंद का मंगलवार को असर देखने को मिला। आवश्यक सामान की दुकानों के अलावा व्यापारियों ने अपने स्वेच्छा से अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखा। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस व आम आदमी पार्टी ने अपना विरोध प्रदर्शन करते हुए किसानो के आंदोलन का पूर्ण समर्थन किया है। हालांकि दोपहर के बाद व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान खोल दिये। टैक्सी यूनियन एवं जीएमओ ने भी अपने वाहनों को बंद रखने की घोषणा की थी। हालांकि पर्वतीय क्षेत्रों के लिए छिटपुट जीएमओ की बसों एवं टैक्सी वाहनों को जाते देखा गया। जबकि टैम्पों एवं ई-रिक्शा वाहनो का नियमित अवागमन होता रहा।

आप ने लगाया आरोप

सरकार द्वारा किसान विरोधी विधेयक पास कराने के विरोध में आम आदमी पार्टी द्वारा किसानों के समर्थन में एक शान्ति मार्च हिन्दू पंचायती धर्मशाला से तहसील प्रांगण तक किसानोंं द्वारा चलाए जा रहे धरना/प्रदर्शन कार्यक्रम के समर्थन में निकाला गया। आम आदमी पार्टी के द्वारा प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर मंगलवार को कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओंं द्वारा केन्द्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों का पुरजोर विरोध किया गया। जिसके दौरान आप कार्यकर्ताओं ने कहा कि, आप पार्टी केन्द्रीय सरकार द्वारा जबरन थोपे किसान विरोधी नीति को कतई बर्दास्त नहीं करेगी। उक्त सम्बन्ध में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा उप जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति महोदय को ज्ञापन प्रेषित किया गया।

इस दौरान प्रदेश प्रवक्ता अरविंद वर्मा ने कहा कि, जो तीन बिल संसद द्वारा अन्नदाता/किसान के विरुद्ध पारित किए गये हैं तथा सात से आठ दिन का लगातार शान्तिपूर्ण ढंग से दिल्ली के टिकरी व अन्य बार्डरों पर जो धरना प्रदर्शन चल रहा है केन्द्र सरकार लगातार किसानों की अनदेखी कर रही है व कई दौरों की बातचीत किसानों से हो जाने पर केन्द्र सरकार द्वारा इसका अंतिम हल नहीं निकाला गया। मात्र किसानों का ये आन्दोलन भटकाने के लिए केन्द्र सरकार बातों का दौर तो कर रही है किन्तु बिल वापस नहीं ले रही है। आम आदमी पार्टी किसान आन्दोलन का पूर्ण समर्थन करती है तथा किसानों के साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर खड़ी है।

वहीं प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ चन्द्रकिशोर जखमोला ने कहा कि, संसद मेंं उक्त किसान विरोधी बिल गोपनीय तरीके से ऑर्डिनेंस लाकर बिना किसानों की राय लिए व उनके हितों को ध्यान में रखते हुए पास किया गया। जिस कारण आज किसान सड़कों पर है और इस भरी सर्दी में भी सरकार उनकी तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही है। उक्त बिल हर हाल में वापस होना चाहिए। सेक्टर प्रभारी राजेन्द्र जजेड़ी ने अपने वक्तव्य में कहा कि, सरकार द्वारा दाल व अन्य फसलों का कोई न्यूनतम समर्थन मूल्य इस बिल के माध्यम से तय नहीं किया गया है। जिस कारण दलहन उगाने वाले किसान व फसल उगाने वाला किसान जो इस देश का अन्नदाता है कि, खरीफ व रबी की फसलों को उचित मूल्य नहीं मिलेगा और बड़े आढती व उद्योगपति किसानों की फसले औने-पौने दामों में खरीदेगें। जिससे सीधा किसान को नुकसान होगा।

किसानो के समर्थन में सड़कों पर उतरी कांग्रेस

किसानों के भारत बंद के राष्ट्रव्यापी आंदोलन को कांग्रेस पार्टी के द्वारा पूर्णरूप से समर्थन देते हुए केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी व प्रदर्शन किया गया। तड़के ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बाजार में आकर व्यापारियों से अपने प्रतिष्ठानों को बंद करने की अपील की, जिस पर आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अधिकांश व्यापारियों ने स्वेच्छा से ही अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखा, जिससे बाजार सुनसान रहा, इस दौरान कांग्रेस कमेटी कार्यकर्ताओ ने भारत बंद को सफल बनाने में सहयोग करने के लिए व्यापार मंडल, टैक्सी यूनियन जीएमओ सहित समस्त संगठनों का आभार भी प्रकट किया।

आंदोलन का नेतृत्व कर रहे जिला कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष डॉ चन्द्रमोहन खर्कवाल ने कहा कि, वर्तमान में केन्द्र में सत्तासीन भाजपा सरकार के द्वारा काला कानून बनाकर किसानो के उपर थोप दिया है, जिसके विरोध में पूरे देश का किसान कडाके की ठंड में सड़कों पर आंदोलन कर रहा है, तथा काले कानून को वापिस लेने की मांग कर रहा है। कांग्रेस पार्टी देश के किसानों के साथ खड़ी है तथा केन्द्र सरकार से तीनो कृषि बिलों को वापिस लेने की मांग करते है।

मोदी सरकार के द्वारा लगातार जनविरोधी निर्णय लिये जा रहे है, आजादी के बाद देश की जनता की खून-पसीने की कमाई से बने सार्वजनिक प्रतिष्ठान बीएसएनएल, रेलवे, हवाई अड्डे, ओनजीसी, एलआईसी जैसे प्रतिष्ठानों को बेच दिया गया है, अब उसी तर्ज पर किसानों के खेत खलिहानों को कॉर्पोरेट घरानों एवं पूंजीपतियों के हवाले करने की साजिश की जा रही है। भाजपा की इस साजिश को कांग्रेस पार्टी कभी भी कामयाब नहीं होने देगी।