मेलाधिकारी ने किया गंगा किनारे हो रहे कार्यों का किया निरीक्षण, हुए नाराज

मेलाधिकारी ने किया गंगा किनारे हो रहे कार्यों का किया निरीक्षण, हुए नाराज

– सिंचाई विभाग के अधिकारियों की लगाई क्लास

रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। आगामी कुंभ मेला अब शुरू होने में कुछ ही समय शेष बचा है। नहर बंदी के बाद कई कार्य ऐसे होने थे जिनको समय से पूरा करना था, आज इन्हीं कार्यों का निरीक्षण करने मेला अधिकारी दीपक रावत तमाम अधिकारियों के साथ निकले दीपक रावत द्वारा गंगा किनारे हो रहे तमाम घाटों का निरीक्षण तकरीबन 5 किलोमीटर तक पैदल चलकर किया गया, दीपक रावत ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को जमकर लताड़ भी लगाई। क्योंकि सिंचाई विभाग द्वारा जिन कार्यों को मेला अधिकारी द्वारा करने को नहीं कहा गया था, उन कार्य को सिंचाई विभाग द्वारा किया जा रहा था और साथ ही जिन कार्यों को सिंचाई विभाग द्वारा करना था उन कार्यों को अभी तक शुरू भी नहीं किया गया। इसको लेकर मेला अधिकारी सिंचाई विभाग के अधिकारियों पर काफी नाराज नजर आए और उनको सख्त हिदायत दी कि जल्द से जल्द इन कार्यों को पूरा किया जाए। क्योंकि अब गंगा बंदी का समय भी खत्म हो रहा है। दीपावली की रात गंगा बंदी खत्म हो जाएगी। उससे पहले ही गंगा घाटों के इन तमाम कार्यों को करना पड़ेगा। सिंचाई विभाग पर अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरि भी नाराज हुए और कार्यों में लापरवाही का आरोप लगाया।

आज तकरीबन 5 किलोमीटर तक गंगा किनारे तमाम घाटों का निरीक्षण करने निकले दीपक रावत और तमाम मेले के अधिकारियों ने निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। सिंचाई विभाग द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्यों से मेला अधिकारी दीपक रावत काफी नाराज नजर आए और उनको मौके पर ही जमकर लताड़ लगाई। दीपक रावत का कहना है कि, आज मेरे द्वारा जो निरीक्षण किया गया उसमें देखा गया कि गंगा किनारे जब गंगा बहती है उस वक्त पर्याप्त मात्रा में गंगा जल रहे, श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े, कुछ घाटों पर ठीक कार्य किए जा रहे हैं, मगर कुछ घाटों पर लेबर भी नहीं दिखाई दी और ना ही मशीन लगाई गई। यह काफी बड़ी कमी है इसमें मेरे द्वारा सिंचाई विभाग को निर्देशित किया गया है कि, कम समय है जल्दी कार्य को पूरा किया जाए।

निरीक्षण में मेरे द्वारा देखा गया है कि, गंगा में कई गंदे कपड़े पड़े हैं। वह बाहर निकाले जाने चाहिए। उसको लेकर भी मेरे द्वारा निर्देश दिए गए हैं। शादी घाटों पर किसी प्रकार की दुर्घटना ना हो, इसके लिए एंगल और चैन लगी होनी चाहिए। उसके कार्य भी ठीक से नहीं किए जा रहे है। साथ ही साथ गंगा का पानी आता है उसकी सीढ़ियों की मरम्मत की जानी है और वह गंगा आने से पहले करना पड़ेगा। इसलिए मेरे द्वारा कई टीमें लगाई गई है जो समय-समय पर निरीक्षण कर रही है और हमें उम्मीद है कि, इन कार्य को समय रहते पूरा कर लेंगे। हरिद्वार के तमाम घाटो का कार्य करना सरकारी डिपार्टमेंट की जिम्मेदारी है सुरक्षा के लिहाज से भी किनारे घाटों के चल रहे निर्माण कार्यों को सिंचाई विभाग द्वारा सही से नहीं किया जा रहा है और साथ ही गंगा के अंदर जितने भी गंदगी पड़ी है उसको बुलडोजर से गंगा के बीचो-बीच डाली जा रही है। इसको लेकर अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरि महाराज सिंचाई विभाग के अधिकारियों पर काफी नाराज नजर आए और दीपक रावत के निरीक्षण के दौरान सिंचाई विभाग के अधिकारियों पर अपनी नाराजगी भी जाहिर की।

अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरी गिरी का कहना है कि, कुंभ मेले में मेला अधिकारी के साथ कई अधिकारी कार्य करते हैं। कई अधिकारी सिर्फ अपनी वाहवाही चाहते हैं और मेला अधिकारी की कैसे बुराई हो ऐसा भी करते हैं। मैंने कई कुंभ मेले संपन्न कराए हैं। 2006 से अखाड़ा परिषद के महामंत्री पद पर हूं इसलिए मेले में हो रहे कार्यों को मैं काफी अच्छी तरह से जानता हूं और कितने अधिकारी मेला अधिकारी से तालमेल बनाकर चलते हैं यह भी मैं भली भांति जानता हूं। कई डिपार्टमेंट मेला अधिकारी के साथ कार्य करते हैं मगर वह शत्रुता निभाते हैं और कार्य को नुकसान पहुंचाते हैं। गंगा में भारी मात्रा में गंदे कपड़े पड़े हैं और उसको सिंचाई विभाग द्वारा गंगा के बीच में डाला जा रहा था और यह बहुत ही चिंता का विषय है।

सिंचाई विभाग मेला अधिकारी को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है या सीएम को बदनाम करना चाहता है। यह देखकर हमें काफी दुख हुआ देश के प्रधानमंत्री और सभी मुख्यमंत्री गंगा के अंदर से गंदगी बाहर निकालते हैं। मेला अधिकारी को मेरे द्वारा शिकायत की गई है उन्होंने मुझे विश्वास दिलाया है कि गंगा के अंदर गंदे कपड़ों को बाहर निकाला जाएगा।

मेला अधिकारी दीपक रावत ने आज तकरीबन 5 किलोमीटर पैदल चलकर तमाम गंगा किनारे हो रहे निर्माणों का निरीक्षण किया और साथ ही सिंचाई विभाग के अधिकारियों को काफी लताड़ भी लगाई। क्योंकि जिस तरह से उत्तराखंड सिंचाई विभाग द्वारा निर्माण कार्य किया जा रहा है, उससे दीपक रावत ना खुश नजर आए और उनको सख्त हिदायत दी कि जल्द से जल्द उनके द्वारा कामों को किया जाएं और किसी भी प्रकार की लापरवाही ना बढ़ती जाए और अगर किसी भी अधिकारी द्वारा लापरवाही बरती जाती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।