उत्तराखंड में रिक्त पड़े मंत्रिमंडल के पद को लेकर खींचतान जारी। पंजाबी समाज ने भाजपा पर लगाया गफलत का आरोप
रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। उत्तराखंड सरकार में पंजाबी समाज का कोई भी मंत्री न बनने से पंजाबी समाज इसको अपनी उपेक्षा समझ रहा है। हरिद्वार बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंडी समिति के अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने बीजेपी हाईकमान से मांग की है कि, उत्तराखंड सरकार में पंजाबी समाज से किसी विधायक को मंत्री पद दिया जाए। जिससे पंजाबी समाज का सम्मान भी बड़े और बीजेपी से जुड़े पंजाबी समाज के कार्यकर्ताओं में जोश की उमंग भी जागे। क्योंकि पंजाबी समाज ने हमेशा ही उत्तराखंड की राजनीति में अहम योगदान निभाया है।
बता दें कि, हरिद्वार से भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंडी समिति अध्यक्ष संजय चोपड़ा का कहना है कि, उत्तराखंड सरकार का जब भी गठन हुआ है चाहे भाजपा की सरकार हो या कांग्रेस की पंजाबी समाज से किसी ना किसी विधायक को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। मगर 3 साल से ऊपर भाजपा सरकार को हो गए हैं। इस सरकार में पंजाबी समाज की उपेक्षा की जा रही है। पंजाबी समाज से बेहद लोकप्रिय और वरिष्ठ विधायक हरबंस कपूर मौजूद है। जो विधानसभा के अध्यक्ष भी रहे हैं। प्रदीप बत्रा रुड़की से विधायक है, राजकुमार ठुकराल रुद्रपुर से, हरभजन सिंह चीमा पंजाबी समाज से लगातार विधायक बन रहे हैं। मेरा हाईकमान से निवेदन है कि, राजनीति जातीय समीकरण के साथ चलती है और उसका संतुलन बनाने पर सत्ता मिलती है। बार-बर मंत्रिमंडल में देरी करना शुभ संकेत नहीं है। इससे बहुत देरी हो जाएगी अगर कोई बहाना करके इसको टालते रहेंगे तो ये आपका विवेक है।
संजय चोपड़ा ने अपनी ही सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, उत्तराखंड में भाजपा सरकार में बहुत से कार्यकर्ता जो पंजाबी समाज से आते हैं, उनकी भी बहुत उपेक्षा की जा रही है। हाईकमान को इसका संज्ञान लेना चाहिए। क्योंकि भाजपा को आगे बढ़ाने का काम पंजाबी समाज ने किया है। पंजाबी समाज से जीत कर आए विधायकों से रायशुमारी करके उनको मंत्रिमंडल में शामिल करना चाहिए और साथ ही जो पंजाबी समाज के कार्यकर्ता अपने-अपने क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं उनको सरकार या संगठन में सम्मिलित करना चाहिए। जिससे 2022 में एक बार फिर से भाजपा सरकार अपनी परचम लहराए।
उत्तराखंड में खाली पड़े मंत्रिमंडल के पद को लेकर लगातार खींचतान जारी है। हर समुदाय के लोग अपने अपने विधायक को मंत्रिमंडल में शामिल करने की जद्दोजहद में लगे हैं। पंजाबी समाज द्वारा लगातार अपनी ही सरकार पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि, इस सरकार में पंजाबी समाज की उपेक्षा की जा रही है। अब देखना होगा की पंजाबी समाज से जीत कर आए कई वरिष्ठ विधायकों में से किसको मंत्रिमंडल का पद मिलता है या फिर अभी भी मंत्रिमंडल का का पद अधर में लटका रहेगा यह देखने वाली बात होगी।