भूमाफिया के दबाव में प्रशासन। कोर्ट स्टे के बावजूद जबरन कब्जाई भूमि
रिपोर्ट- मनोज नौडियाल
कोटद्वार। दुर्गापरी, मोटाढांग में एक परिवार के लोगों ने विवादित और सजायाफ्ता भूमाफिया की शह पर कोटद्वार पुलिस और तहसील प्रशासन की मिलीभगत के चलते उनकी पुस्तैनी भूमि कब्जाने के खिलाफ मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी पौडी से शिकायत भेजी है।
पीडित देवेश पंत ने मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी को भेजे शिकायती पत्र में बताया है कि, उन्हें विवादित (पैतृक) भूमि में कोर्ट द्वारा स्टे मिलने के बावजूद भूमाफिया की शह पर न तो कोटद्वार पुलिस और न ही तहसील प्रशासन ने मदद की। मजबूर होकर उन्हें तहसील में अपने हक के लिए प्रदर्शन करना पडा व मुख्यमंत्री तक शिकायती पत्र भेजकर न्याय मांगने को विवश होना पडा। मंगलवार को देवेश पंत ने कोटद्वार कोतवाली व तहसीलदार से मदद की गुहार भी लगाई। लेकिन उनकी किसी भी मदद से पुलिस और तहसीलदार ने पल्ला झाड़ लिया।
विवादित भूमि पर बन रहा निर्माणाधीन मकान
रजिस्ट्रार और रजिस्ट्री कार्यालय पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप। भाजयूमो पौडी के जिला कोषाध्यक्ष शान्ता बमराडा ने कोटद्वार के भूमि रजिस्ट्री कार्यालय और रजिस्ट्रार पर रजिस्ट्री करने के नाम पर रजिस्ट्री करने वाले लोगों के उत्पीडन और सुविधा शुल्क लिए बिना काम न करने का आरोप लगाया है। बमराडा के अनुसार रजिस्ट्री के समय लगने वाले दूरी प्रमाणपत्रों और अन्य प्रमाण पत्रों के लिए जमकर सुविधा शुल्क वसूला जा रहा है। नही देने वालों की रजिस्ट्रीयां भी नही हो रही है।