अपने निजी स्वार्थ के खातिर चुनिंदा व्यापारी का रहे छोटे एवं मंझोले व्यापारियों का शोषण: मैसोन

अपने निजी स्वार्थ के खातिर चुनिंदा व्यापारी का रहे छोटे एवं मंझोले व्यापारियों का शोषण

देहरादून। दून वैली महानगर उद्योग व्यापार मंडल के शीर्ष नेतृत्व की वर्चुअल सभा आज शनिवार को आयोजित की गई है। जिसमें सर्वसहमती से कुछ अहम मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया। ताकि छोटे और मंझोले व्यापारियों के हितों की कैसे रक्षा की जाए। क्योंकि जिस प्रकार से कोरोना महामारी के कारण तमाम व्यवसाय ठप्प पड़े हैं। बाजार बंदी की भ्रांतियों से ग्राहक नदारद हैं, व्यवसायी आर्थिक तंगी से जूझते हुए बड़ी मुश्किल से अपने व्यवसाय को खड़ा करने का प्रयास कर रहे हैं।
परंतु शासन द्वारा इस विषय में बाजार बंद का कोई निर्णय नहीं लिया गया था और पूर्व कि भांति बाजार खोले रखने के लिए प्रशासन द्वारा कहा गया था।

इस विचार-विमर्श के दौरान कई व्यापारियों ने अपने विचार व्यक्त किये गए तथा सर्वसहमति से निर्णय लिया गया हैं कि, इस तरह के व्यापारी नेता जो बिल्डर, शॉपिंग काम्प्लेक्स, होटल और बड़े व्यवसाय प्रतिस्थान के रूप में कार्य कर रहे हैं उनसे दूर रहा जाए। गौरतलब है कि, छोटे व्यापारी का ऐसे व्यापारियों से कोई सरोकार नहीं हैं। अगर भविष्य में इनके द्वारा कोई गलत निर्णय लिए गए या गलत भ्रांतियां फैलाई गयी तो इनका व्यापारियों द्वारा पुरजोर विरोध किया जायेगा।

इस दौरान व्यापार मंडल के अध्यक्ष पंकज मैसोन ने कहा कि, विगत वर्षों से कुछ बिल्डर, बड़े-बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठान होटल और मॉल से जुड़े हुए लोग तथा कथित व्यापार मंडल के नाम से कुछ छोटे और मंझोले व्यापारियों का शोषण करते आ रहे थे, शासन-प्रशासन से अपने स्वार्थों एवं निजी हितों को साधने और अपने हिसाब से निर्णय लेकर छोटे एवं मंझोले व्यापारियों को समय-समय पर अनाब-शनाब निर्णय लेकर बाजारों में झूठी भ्रांतियां फैलाने का काम करते आ रहे हैं। इस विषय पर दून वैली महानगर उद्योग व्यापार मंडल द्वारा विचार-विमश्र किया गया कि, व्यापारिक हितों में ऐसे कथित व्यापार मंडलों से सावधान रहा जाए। जो केवल अपने स्वार्थ एवं निजी हितों की खातिर नेतागिरी चलाते आ रहे हैं। व्यापारियों का अहित करने में भी पीछे नहीं हट रहे हैं।

इतना ही नहीं समय-समय पर छोटे एवं मंझोले व्यापारियों का शोषण कर रहे हैं। साथ ही जिस प्रकार दो दिन पहले भी बाजारों में भ्रांतियां फैलाई गयी कि बाजार बंद रहेगा। जिसमें किसी भी व्यापारी से कोई वार्ता न करते हुए चार-पांच स्वार्थी नेताओं द्वारा बाजार बंदी को लेकर निर्णय किया गया। जिसका व्यापार मंडल द्वारा पुरजोर विरोध किया गया और आज उसका नतीजा यह रहा कि, सभी व्यापारियों द्वारा बाजार खोल कर उसका कड़ा विरोध किया गया।

मैसोन ने कहा कि, हमारी सरकार से यह भी मांग हैं कि, छोटे एवं मंझोले व्यापारियों के हितों को देखते हुए जो व्यापारी इस कोरोना काल में गंभीर रूप से आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं, उनकी किसी भी रूप से सरकार द्वारा मदद की जा सकती हैं। ताकि वो पूर्व की भांति अपने व्यापार को पुन: खड़ा कर सके। इसके साथ यह भी निर्णय लिया गया कि, तुरंत एक प्रतिनिधि मंडल छोटे एवं मंझोले व्यापारियों की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से मुलाकात कर व्यापारियों को इस कोरोना काल में जो समस्या आ रही हैं उसके बारे में बताएं।

दून वैली महानगर उद्योग व्यापार मंडल रजि. शासन से मांग करता है कि, पूर्व की भांति जब भी शासन स्तर पर किसी व्यापारी मुद्दों पर सभा का आयोजन हो तो दून वैली महानगर को सभा में अवश्य आमंत्रित किया जाय। जिससे व्यापार मंडल व्यापरियों की समस्याओं का बोध करा सके ताकि सरकार द्वारा सही निर्णय लेकर व्यापारियों की समस्याओं का सही से समाधान हो सके।

दून वैली महानगर उद्योग व्यापार मंडल द्वारा रजि. अपने सभी देहरादून नगर के व्यापारियों का धन्यवाद करता हैं। जिनका सहयोग एवं सभी बाजारों का समर्थन प्राप्त हुआ है। यह केवल कागजी संस्था नहीं हैं, बल्कि धरातल से जुड़े व्यापारियों का संगठन हैं। हम आपके सहयोग से आपके हितों की लड़ाई लड़ने में हमेशा सफल होंगे। हम अपने मंडल से उत्तराखंड शासन, मुख्यमंत्री, मेयर, जिलाधिकारी एवं एसएसपी देहरादून, सभी के सहयोग का धन्यवाद करते हैं।

हम शासन से मांग करते हैं कि, कोरोना महामारी के कारण यदि किसी व्यापारी की मृत्यु हो जाती है तो उनके परिवार को तुरंत आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। उस व्यापारी को कोई आर्थिक संकट से ना जूझना पड़े। हमारा सरकार से अनुरोध है कि, मुख्यमंत्री व्यापारियों की सहायता के लिए तुरंत व्यापारी सहायता प्रकोष्ठ का गठन करे जो प्रकोष्ठ व्यापारियों की सहायता के लिए ही तत्पर रहेगा।

मीटिंग में यह भी कहा गया कि, जो व्यापारी नेता बाजारों में ऑटो रिक्शा घुमा कर बाजार को बंद करने का आवहन कर रहे थे, उन्होंने भी अपने स्वेच्छा से दुकानें खोल ली और व्यापारियों का उनसे प्रश्र है कि, वे किस प्रकार की बंदी का एलान था?

वर्चुअल मीटिंग में अलग-अलग बाजारों के प्रतिनिधियों एवं पदाधिकारियों ने भाग लिया। जिसमें मुख्य संरक्षक पृथ्वी राज चौहान, अशोक वर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष शेखर फुलारा, उपाध्यक्ष हरीश विरमानी, राजीव सच्चर, महासचिव पंकज दिदान, सहसचिव अनिल आनंद, कोषाध्यक्ष राकेश किशोर गुप्ता, संरक्षक रवि मल्होत्रा, सुलील अग्रवाल, तेज प्रकाश तलवार, हरीश गुप्ता, विश्वनाथ कोहली, संतोष कोहली, आर्गेनाइजर सेक्रेट्री विनय नागपाल।