एक्सक्लूसिव: हरिद्वार में पानी की किल्लत। विभागीय अधिकारी निवारण करने के बजाए स्थानीय लोगों को रहे धमका

हरिद्वार में पानी की किल्लत। विभागीय अधिकारी निवारण करने के बजाए स्थानीय लोगों को रहे धमका

हरिद्वार। जिले में अंडर ग्राउंड विद्युत और गैस पाइपलाइन के कार्य होने की वजह से कई जगह पर पानी की सप्लाई में दिक्कतें आ रही है। इस कारण स्थानीय निवासियों को कई-कई दिनों तक पानी के लिए मोहताज होना पड़ रहा है। मगर उसके बावजूद भी उत्तराखंड जल संस्थान विभाग के अधिकारियों द्वारा इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा और साथ ही विभाग के अधिकारियों द्वारा जनता से ही बदसलूकी की जा रही है। पानी की सप्लाई में दिक्कत आने पर अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते नजर आ रहे और एक दूसरे विभाग को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा रहे है। मगर पानी की किल्लत होने की वजह से स्थानीय निवासियों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। लोग अपने कार्य को छोड़कर पानी भरने को मजबूर है।

हरिद्वार में तमाम क्षेत्रों में इस वक्त अंडरग्राउंड कार्य होने की वजह से जगह-जगह पानी की लीकेज हो रही है। मगर उत्तराखंड जल संस्थान के अधिकारियों द्वारा इस तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा और जनता द्वारा शिकायत करने पर जनता से ही अभद्र व्यवहार किया जा रहा है। हरिद्वार की गणेश पुरम कॉलोनी में गैस पाइपलाइन का कार्य होने की वजह से पानी की सप्लाई तकरीबन 8 से 10 दिन तक बाधित है। इसको लेकर जब जल संस्थान की जेई अनुराधा चौहान को स्थानीय लोगों द्वारा मौके पर समस्या का निवारण करने के लिए बुलाया गया और उनको अपनी समस्या बताई गई तो जेई अनुराधा चौहान द्वारा जनता की समस्या का निदान करने की बजाय जनता से ही बदसलूकी की गई। इसको लेकर स्थानीय निवासियों में काफी आक्रोश है।

पानी ना आने की वजह से हरिद्वार की पॉश कॉलोनी गणेश पुरम के लोग अपना कार्य छोड़कर सुबह-शाम पानी भरने को मजबूर है। इसको लेकर इन लोगों में उत्तराखंड जल संस्थान विभाग के खिलाफ काफी आक्रोश है। इन लोगों का कहना है कि, कई दिनों से क्षेत्र में पानी नहीं आ रहा है। विभाग के अधिकारी इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे है। कई बार हमारे द्वारा पानी ना आने की शिकायत अधिकारियों को की गई मगर उसके बावजूद भी पानी की समस्या को दूर नहीं किया गया।

इन लोगों का कहना है कि, उत्तराखंड जल संस्थान की जेई अनुराधा चौहान को जब हमारे द्वारा मौके पर बुलाया गया तो उनके द्वारा भी समस्या को दूर ना करने की वजह लोगों से ही बदतमीजी की गई और उनके द्वारा कहा गया कि, पानी की सप्लाई बंद करा दी जाएगी। हम भी वहां पहुंचे सोन के द्वारा हाथ काटने तक की धमकी दी गई। यह अधिकारी पब्लिक सर्वेंट है और अगर पब्लिक से ही इस तरह का व्यवहार करेंगे तो कैसे जनता इन पर विश्वास करेगी। हमें पानी ना आने की वजह से बहुत परेशानी हो रही है। सभी लोग इधर-उधर से पानी भर रहे हैं और सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं को ही हो रही है। हम चाहते हैं कि, इस तरह का अभद्र व्यवहार करने पर जेईई के खिलाफ कार्रवाई की जाए और हमारे यहां जो पानी की दिक्कत है इसको दूर किया जाए।

वही इतने दिनों से कॉलोनी में पानी ना आने और जनता से अभद्र व्यवहार करने पर जब उत्तराखंड जल संस्थान की जेई अनुराधा चौहान से इस मामले में बात की तो वह गोलमोल जवाब देते हुए अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ती नजर आई। अनुराधा चौहान का कहना है कि, पानी ना आने की जिम्मेदारी हमारी है। मेरे द्वारा ठेकेदार को मौके पर बुलाया गया है। मगर जब उनसे पूछा गया कि उत्तराखंड के शहरी विकास मंत्री द्वारा सभी अधिकारियों की बैठक में कहा गया था कि, जो भी अधिकारी कार्य नहीं करेगा उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा तो वह कुछ भी कहने से बचती नजर आए।

वहीं गैस पाइपलाइन के सुपरवाइजर धर्मेंद्र का कहना है कि, जब गैस पाइप लाइन का कार्य चल रहा है तो कई जगह पर नुकसान भी होगा हमारे द्वारा उसको रिपेयर भी किया जा रहा है। हम इसमें और ज्यादा कुछ नहीं कर सकते हमारे द्वारा सही तरीके से कार्य किया जा रहा है। गैस पाइपलाइन के अधिकारी उत्तराखंड जल संस्थान को जहां भी कार्य करते हैं उसकी सूचना देते हैं। उनकी परमिशन से ही हर जगह कार्य किया जा रहा है। गैस पाइपलाइन डालते वक्त पता नहीं चलता कहां से पानी की लाइन जा रही है। इस मामले में हमारी गलती है इसलिए हमारे द्वारा इसको रिपेयर भी किया जा रहा है।

हरिद्वार में हो रही पानी की किल्लत ने हरिद्वार के लोगों को काफी परेशान कर दिया है। विभागीय अधिकारियों पर लोगों की परेशानी दूर करने की जिम्मेदारी है। मगर अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं और पानी की सप्लाई सही करने के बजाय स्थानीय निवासियों को ही धमका रहे हैं।