Exclusive: जरूरतमंदों के लिए फरिश्ता बनी अधिवक्ता रानी

जरूरतमंदों के लिए फरिश्ता बनी अधिवक्ता रानी

 

– मजबूरों के हक के लिए लड़ने वाली आज मजबूरों की मिटा रही भूख

देहरादून। पूरे देश भर में कोरोना संकट का कहर बरपा हुआ है। देश सहित देश के राज्य भी कोरोना की चपेट में है। बीते 22 मार्च से देश में लॉकडाउन जारी है जो कि, आगामी 3 मई तक जारी रहेगा। ऐसे में लोग लाॅकडाउन का पुरा पालन कर रहे हैं। लेकिन मध्यम वर्ग के लोगों के पास फिलहाल न रोजगार है और न ही खाने-पीने का कोई इन्तेजाम। क्योंकि देश में अचानक लॉकडाउन लगाए जाने से लोग रोजी-रोटी एवं जरूरत का सामान एकत्र नहीं कर पाए। जिसके कारण उनके सामने परिवार एवं खुद की भूख मिटाने का संकट खड़ा हो गया है। सरकार द्वारा अपने स्तर से जरूरतमंद लोगों की मदद की जा रही है। रोजाना कई हजार लोगों की सरकार भूख मिटाने का काम रही है।ऐसे में देश में समाजसेवी संस्थाएं भी अपने माध्यम से जरूरतमंद लोगों तक भोजन, राशन सामग्री इत्यादि पहुंचाने के भरसक प्रयास कर रही है। इन्हीं सब के बीच कुछ समाजसेवी लोग भी इन दिनों काफी चर्चा में है जो स्वयं से लोगों तक कच्चा राशन एवं भोजन पहुंचाने का काम कर रहें है। बताते चलें कि, बार एसोसिएशन देहरादून की कार्यकारिणी सदस्य प्रियंका रानी भी इन दिनों जरुरतमंदों तक कच्चा राशन चावल, दाल, मसाले इत्यादि पहुंचाने का काम कर रहीं है। पूरे कचहरी परिसर में प्रियंका अपने कुशल नेतृत्व से जानी जाती है। जहां बात हक की हो तो हर संभव प्रयास कर हक की लड़ाई लड़ हकदार को उसका हक दिलाने का काम करती आई है।लेकिन इन दिनों स्तिथि हक की नहीं भूख की है, तो इसमें भी अधिवक्ता रानी ने स्वयं के साथ ही अपने कुछ अधिवक्ता साथी एवं सक्षम लोगों से जरूरतमंद लोगों के लिए मदद स्वरूप सामग्री इकट्ठा कर उन तक पहुंचाने का काम कर रही है। प्रयाप्त जानकारी के मुताबिक रानी अभी तक करीब एक हजार लोगों तक राहत सामग्री पहुंचा चुकी है। जो कि, शहर के विभिन्न इलाकों में घर-घर जाकर वितरित किया गया। जिसमें की गुलाब बस्ती, दीपनगर बस्ती, चुखुवाला, ब्रहमपुरी बस्ती, पटेल नगर, बन्नू स्कूल, मोथरोवाला, आदि कुछ क्षेत्रों में वितरित किया गया है। साथ ही कोरोना संकट की इस घड़ी में दिन-रात ड्यूटी पर तैनात पुलिस के जवान एवं मीडिया कर्मियों को भी बीते रोज घंटाघर पर जूस के टेट्रा पैक आदि दिए गए।इस दौरान प्रियंका ने बताया कि, पीएम मोदी द्वारा लिया गया फैसला देश हित में है। जिसका सभी लोग सम्मान करते हैं, इस वक्त आपकी, मेरी और पूरे देश की लड़ाई कोरोना से है। कोरोना से निजात पाने के लिए सरकार हर संभव प्रयास में लगी हुई है। साथ ही हमारा कर्तव्य बनता है कि हम सरकार द्वारा जारी किए गए लॉकडाउन का पालन करें। ताकि जल्द ही हमारे देश एवं प्रदेश को इन बीमारी से छुटकारा मिल सके। परंतु एक और जहां पूरा देश कोरोना से लड़ रहा है खुद को सुरक्षित रख रहा है, ऐसे में मजबूर एवं असहाय लोगों के सामने रोटी का संकट खड़ा है।उनकी भूख का संकट खड़ा है। रोजाना दिहाड़ी मजदूरी कर रुपया कमाने वाले लोग आज पैसे से मोहताज़ है। खाना खाने से मोहताज़ है। जिनकी इस मजबूरी को दूर करने में सरकार के साथ ही समाजसेवी लोग भी अपने स्तर से प्रयास कर रहें है, और पूरा प्रयास कर रहें है कि, कोई भी व्यक्ति या परिवार भूखा न रहे। उन्होंने बताया कि, हम घर-घर जाकर हर गली मोहल्ले में जहां से भी जरूरतमंदों की जानकारी मिलती है वहां जाकर उनको राशन सामग्री मुहैया करा रहे है। यदि आपके आस-पास कोई मजबूर एवं असहाय परिवार रहता है जिसके सामने रोटी का संकट है तो कृपया उसकी जानकारी हमसे सांझा करें ताकि उस परिवार तक भोजन पहुंचाने का कार्य हम कर सकें।