उत्तराखण्ड के नैनीताल में सात से आठ बाहरी लोगों के चोरी छिपे घुसने से सनसनी
देहरादून। उत्तराखण्ड के नैनीताल में सात से आठ बाहरी लोगों के चोरी छिपे घुसने ने खबर है। अंधेरे का फायदा उठाकर ये लोग हल्द्वानी से पैदल मार्ग से नैनीताल पहुंचे, जो सीसीटीवी कैमेरे की आंख से नहीं बच सके। बता दें कि, नैनीताल के मल्लिताल में आज लॉकडाउन के दौरान सवेरे सात बजे कुछ लोग पैदल तेजी से जाते हुए नजर आए। इन सभी लोगों के पीठ पर बैग टंगे थे और एक युवक तो हाथ में गैस का चूल्हा ले जाता भी दिखाई दिया। सभी लोगों ने अपने मुंह गमछे से ढक रखे थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पहले ये लोग सुनसान ठण्डी सड़क के रास्ते नयना देवी मंदिर पहुंचे और फिर दो दलों में बंट गए। इन लोगों ने प्रत्यक्षदर्शी से रु-कुट कम्पाउंड का रास्ता भी पूछा। प्रत्यक्षदर्शी जगदीश ने बताया कि, उन्होंने सवेरे जब इनसे मंदिर के सामने नैनीताल आने का कारण और जगह पूछी तो इन लोगों ने कहा कि, वो रानीबाग से ज्यूलिकोट तक ट्रक में आए और फिर पैदल मार्ग से यहां तक पहुँचे हैं। प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि, पैदल आए लोग बाहरी दिख रहे थे। दो लोग फ्लैट्स पार्किंग तो पांच लोग राजभवन रोड से मस्जिद चौराहे पहुंचे।
इसके बाद दूसरे सीसीटीवी कैमेरे में ये सब एक कतार में तेजी से फायर ब्रिगेड कार्यालय होते हुए हाईकोर्ट मार्ग पर जाते दिखे। हल्द्वानी के वनभूलपुरा क्षेत्र में संक्रमित जमाती मिलने के बाद काफी बड़े क्षेत्र को सील कर लोगों को होम क्वारंटाइन कर दिया गया है। कुल 21 दिन के सम्पूर्ण राष्ट्र लॉकडाउन के दौरान किसी को भी ऐसे घूमने की अनुमति नहीं है। लेकिन नैनीताल जैसे शांत और सुरक्षित शहर में ऐसे संदिग्ध अजनबी घुसने से किसी साजिश से इनकार नहीं किया जा सकता है। नैनीताल पुलिस से जब इस मामले में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि, जिस क्षेत्र का पता इन लोगों ने पूछा था, वहां के सभासद से जानकारी ली जा रही है। अगर कोई आपराधिक मामला मिलता है तो विधिवत कार्यवाही की जाएगी।