Exclusive: सरकार के संरक्षण से नदियों की कोख उजाड़ रहे खनन माफिया

सरकार के संरक्षण से नदियों की कोख उजाड़ रहे खनन माफिया

 

 

– उत्तराखंड प्रदेश के अधिकांश विधायक खनन के काले धन्धे में लिप्त….

– त्रिवेन्द्र सरकार ने प्रदेश को कर दिया खनन माफियाओं के हवाले….

देहरादून। आज दिनांक- 20/11/19 दिन बुधवार को विकासनगर स्तिथ जनसंघर्ष मोर्चा के कार्यालय में प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। जहां प्रेसवार्ता में मोर्चा अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि, उत्तराखंड प्रदेश की सरकार खनन कारोबार पर क्यों रोक नहीं लगी है। माफिया रौंद रहे पुलिस-प्रशासन के लोगों को। प्रदेश के लाखों मजदूर, व्यवसायी तथा इस कारोबार से जुड़ा हर व्यक्ति हो रहा प्रभावित। प्रदेश के अधिकांश विधायक खनन के काले धन्धे में लिप्त। हरियाणा, हिमाचल, उ0प्र0 व उत्तराखण्ड के माफियाओं ने खनन बन्दी करवाने को की है भारी डील। प्रदेश के विकास कार्य पड़े है ठप्प, 20-25 हजार में बिक रहा रेत का ट्रक।

मोर्चा अध्यक्ष नेगी ने यह भी कहा कि, प्रदेश की बेसुध जनता जो कि, गाय-गोबर, मन्दिर-मस्जिद से ऊपर उठने को तैयार नहीं है। उनका फायदा उठाकर सूबे के मुखिया त्रिवेन्द्र ने हिमाचल, हरियाणा व उ0प्र0 के खनन माफियाओं के हाथों प्रदेश को बेचने का काम किया है। बड़े दुर्भाग्य की बात है कि, बरसात सीजन को खत्म हुए लगभग 2-3 महीने बीत गये हैं। लेकिन प्रदेश में खनन पर अभी भी अघोषित रोक लगी है। जिस कारण, अन्य प्रदेशों से उपखनिज (रेत-बजरी इत्यादि) उत्तराखण्ड में लाया जा रहा है। जो कि, प्रति ट्रक 20-25 हजार में बिक रहा है।

 

 

प्रदेश में खनन कारोबार से जुड़े लाखों मजदूर, खनन कारोबार से जुडे व्यवसायी तथा प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष तौर पर इस उपखनिज से होने वाले कारोबार बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं तथा प्रदेश में निर्माण कार्य/विकास कार्य पूरी तरह से ठप्प पड़े हैं। बड़े दुःख की बात है कि, अन्य प्रदेश के खनन माफियाओं से सैकड़ों करोड़ की डील कर सीएम त्रिवेन्द्र रावत ने लगभग जनवरी 2020 तक खनन कारोबार बन्द रखने की मौहलत माफियाओं को दे रखी है। जैसा कि विश्वस्त सूत्रों से ज्ञात हुआ है। आलम यह है कि, मुखिया त्रिवेन्द्र के काले कारनामों का अनुसरण करने में प्रदेश के लगभग 60 फीसदी, विधायक खनन कारोबार में लिप्त हैं। तथा अपने गुर्गों के माध्यम से इस काले कारोबार को संचालित करा रहे हैं। मोर्चा ने प्रदेश की जनता से अपील की कि पार्टीबाजी से ऊपर उठकर प्रदेश हित में सोचें।

 

पत्रकार वार्ता में जनसंघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी, मोर्चा महासचिव आकाश पंवार, दिलबाग सिंह, डाॅ ओपी पवार, केसी चंदेल, सुशील भारद्वाज आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।