कोरोना की मार झेल रहे व्यापारियों ने भीख मांग जताया रोष। राहत पैकेज देने की मांग
रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
धर्मनगरी हरिद्वार में आयोजित कुंभ मेले के बाद हरिद्वार में लगातार कोरोना संक्रमण के मरीज रोजाना भारी सांख्य में मिल रहे है और सैकड़ों की संख्या में राज्य में रोजाना कोरोना संक्रमण मरीजों की मृत्यु भी हो रही है। स्थानीय लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइन के अनुसार हरिद्वार जिला प्रशासन ने हरिद्वार में भी कोरोना कर्फ्यू लगाया हुआ है। इस कोरोना कर्फ्यू के कारण हरिद्वार के व्यापारी भुखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं। गत दिवस भारी संख्या में त्रस्त होकर व्यापारियों ने हर की पौड़ी पर भीख मांग कर विरोध प्रदर्शन किया और राहत पैकेज देने की मांग की।
प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के बैनर तले हरिद्वार हरकीपौडी के समीप स्थित संजय पुल पर भीख मांगने बैठे व्यापारियों का कहना है कि, वह व्यापारी त्रस्त होकर भीख मांगने बैठे है, मगर घर का गुजारा चलाने के लिए उन्हें यहां भीख भी नसीब नही हो रही है। मोदी सरकार में यह अच्छे दिन हरिद्वार के व्यापारियों के चल रहे है, मोदी सरकार व्यपारियो को कोई राहत नही दे रही, व्यपारियो की कोई सुध नही ले रही है। व्यापारियों द्वारा सभी तरह के टैक्स सरकार को दिए जाते है मगर आज जब व्यापारी का परिवार रोजगार संकट में है, व्यापारी का बुरा हाल है तो सरकार व्यापारियों के साथ खड़ी नज़र नही आ रही है।
व्यापारियों द्वारा यहां भीख मांगी गई है, अगर सरकार व्यापारियों की सुध नही लेती तो बड़ा आंदोलन व्यापारियों द्वारा आगामी दिनों में किया जाएगा। इनका कहना है कि, प्रतिनिधि सरकार में व्यापारियों द्वारा चुन कर भेजे गए है वह भी व्यापारियों के साथ इस आपदा के समय मे खड़े नजर नही आ रहे है। हरिद्वार के व्यापारियों को प्रशासन द्वारा दो भाग में बांट दिया गया है, कुछ ही दुकान खोलने की अनुमति दी जा रही है। हमारी मांग है कि हरिद्वार के व्यापारियों को सरकार द्वारा राहत पैकेज दिया जाए।