अपर मेला अधिकारी कुम्भ की संतो ने की जमकर पिटाई। अखाड़ा परिषद और किन्नर अखाड़े ने की निंदा
रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार में उस समय बड़ा विवाद खड़ा हो गया, जब बैरागी कैंप में निर्मोही अखाड़े के संतो ने अपर कुंभ मेला अधिकारी हरवीर सिंह के साथ मारपीट कर दी। मारपीट के बाद बैरागी कैंप में माहौल गरमा गया, भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। आईजी संजय गुंज्याल भी मौके पर पहुंचे, जिसके बाद साधु संतों के साथ काफी देर तक वार्ता हुई। मगर वार्ता बेनतीजा निकली। इस घटना का अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि और किन्नर अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने भी निंदनीय बताया और इस मामले पर अखाड़ा परिषद द्वारा एक कमेटी बनाने की बात की गई है, जो इस मामले में जांच करेगी और जांच के बाद कार्रवाई भी की जाएगी।
बैरागी कैंप में साधु संतों के शिविर लगाने का काम चल रहा था। इसी बीच अपर मेला अधिकारी भी मौके पर मौजूद थे। इस दौरान निर्मोही अखाड़े के संतों ने अपर जिलाधिकारी से बिजली की व्यवस्था करने की मांग की। विवाद इतना बढ़ गया कि, साधु संतों ने अपर मेला अधिकारी के साथ मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान अपर मेला अधिकारी के साथ उनका गनर भी मौजूद था। मारपीट के दौरान गनर और अपर मेला अधिकारी को चोटे आई है। घटना के बाद आईजी संजय गुंज्याल भी मौके पर पहुंचे और संतों से वार्ता की। आईजी कुंभ संजय गुंजियाल का कहना है कि, बैरागी कैंप में धर्मध्वजा की स्थापना की तैयारी चल रही थी, मौके पर भारी भीड़ मौजूद थी। इसी बीच किसी ने अपर मेला अधिकारी हरवीर सिंह को धक्का दे दिया। इस धक्का-मुक्की में उनका ग्लास भी टूट गया। फिलहाल उनके द्वारा मामले की जांच की जा रही है।
निर्मोही अखाड़े के संतो द्वारा अपर मेला अधिकारी हरवीर सिंह की पिटाई की गई। इसको लेकर निर्मोही अखाड़े के अध्यक्ष राजेंद्र दास का कहना है कि, कुंभ मेला चल रहा है और मेले में ऐसी छोटी-मोटी बातें होती रहती हैं। मगर हमारे द्वारा अपर मेला अधिकारी की पिटाई नहीं की गई। हमारी उनकी कुंभ मेले को लेकर व्यवस्थाओं को लेकर बातचीत हो रही थी और बैरागी कैंप में बिजली गई हुई थी। इसको लेकर साधु संत इकट्ठा थे, भीड़ द्वारा इस घटना को अंजाम दिया गया। राजेंद्र दास द्वारा अपर मेला अधिकारी की पिटाई करने की बात को नकारा गया।
वही इस मामले के बाद अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी महाराज ने बयान जारी कर इस मामले की कड़ी निंदा की है। नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा है कि, साधु-संतों के द्वारा इस तरह का व्यवहार बिल्कुल भी उचित नहीं है। वह इस घंटे घटना की कड़ी निंदा करते हैं नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा कि, अखाड़ा परिषद की तरफ से भी वह एक कमेटी बना रहे हैं। जिसमें 12 अखाड़ों से एक-एक प्रतिनिधि संत शामिल होगा 2 दिन में यह कमेटी अपनी रिपोर्ट सौंप देगी और इस रिपोर्ट के आधार पर अखाड़ा परिषद द्वारा कार्रवाई की जाएगी। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि, अपर मेला अधिकारी हरवीर सिंह अच्छे अधिकारी हैं। उनके साथ इस तरह की घटना को वो बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे।
किन्नर अखाड़े क आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी का कहना है कि, इस तरह की घटना की मेरे द्वारा घोर निंदा की जाती है। क्योंकि हम संत समाज से आते हैं और इस तरह की घटना को अंजाम नहीं देना चाहिए। हमें संयम बरतना चाहिए। क्योंकि वक्त बुरा होता है इंसान बुरे नहीं होते। मेरी अपर मेला अधिकारी हरवीर सिंह से मुलाकात हुई है। अब वह ठीक है पर उन्हें काफी पीटा गया है। इस घटना से मुझे बहुत दुख हुआ है।