नैनीताल बैंक अल्मोड़ा शाखा में करोड़ों का फर्जीवाड़ा, पूर्व शाखा प्रबंधक पर FIR
रिपोर्ट- अमित भट्ट
अल्मोड़ा। नैनीताल बैंक लिमिटेड की अल्मोड़ा स्थित एलआर साह रोड शाखा में करोड़ों रुपये के ऋण घोटाले का सनसनीखेज मामला सामने आया है। बैंक की आंतरिक जांच और ऑडिट रिपोर्ट में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताओं की पुष्टि होने के बाद तत्कालीन शाखा प्रबंधक समेत चार लोगों के खिलाफ कोतवाली अल्मोड़ा में एफआईआर दर्ज कराई गई है।
बैंक के वर्तमान शाखा प्रबंधक प्रकाश चंद्र पुजारी द्वारा दी गई तहरीर के अनुसार, 31 मार्च को शाखा के दो ऋण खातों में वित्तीय गड़बड़ियों के संबंध में पहले ही मुकदमा दर्ज कराया गया था। इसके बाद बैंक प्रबंधन ने एक विशेष जांच समिति का गठन किया, जिसने विस्तृत जांच के दौरान कुल 37 ऋण खातों में गंभीर अनियमितताएं पाईं।
पद का दुरुपयोग और दस्तावेजों में हेराफेरी
जांच में सामने आया कि तत्कालीन शाखा प्रबंधक राहुल पंत ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए निर्धारित सीमा से अधिक ऋण स्वीकृत किए। कई मामलों में बिना सक्षम अनुमति के ऋण सीमाएं बढ़ाई गईं और दस्तावेजों में हेराफेरी की गई।
इसके अलावा, कुछ खातों में खाताधारकों की जानकारी या सहमति के बिना लेन-देन किए जाने की पुष्टि हुई है। जांच रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि कुछ खातों में खाताधारकों की मिलीभगत रही।
37 खाते घोषित किए गए ‘फ्रॉड’
बैंक के अनुसार, इन 37 ऋण खातों में से 02 खातों को अप्रैल 2025 जबकि शेष 35 खातों को सितंबर 2025 में ‘फ्रॉड’ घोषित किया गया।
25 सितंबर 2025 तक बैंक को लगभग 6.09 करोड़ रुपये का सीधा नुकसान हो चुका है। ब्याज और अन्य देनदारियों के जुड़ने से यह राशि और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। पूरे प्रकरण की जानकारी नियमानुसार भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को भी दे दी गई है।
चार आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
बैंक प्रबंधन ने इस मामले में पूर्व शाखा प्रबंधक राहुल पंत के साथ-साथ अपरा बिष्ट, विद्या बिष्ट और शुभम पंत के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराते हुए सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और संबंधित दस्तावेजों व बैंक रिकॉर्ड की गहन पड़ताल की जा रही है।


