SDM मनीष पर लगे आरोपों को PCS अधिकारियों ने बताया निराधार व तथ्यहीन। कार्यवाही की मांग
देहरादून। राज्य के पीसीएस अधिकारियों ने उधमसिंहनगर में तैनात एसडीएम मनीष बिष्ट की नियुक्ति के मामले में लगाए जा रहे आरोपों को निराधार व तथ्यहीन बताया है।
उनका कहना है कि, कतिपय लोग झूठे आरोप लगाकर अधिकारियों का मनोबल तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी करवाई की जानी चाहिए।
उत्तराखण्ड पीसीएस अधिकारी संघ और उत्तराखण्ड शासन के सचिव कार्मिक को भेजे अलग अलग ज्ञापन में राज्य के पीसीएस अधिकारियों ने कहा है कि मनीष बिष्ट की कार्यप्रणाली एवम व्यवहार से सभी परिचित हैं।
कुछ लोग इन पर तथ्यहीन और मिथ्या आरोप लगाकर सरकार व शासन की छवि धूमिल की जा रही है। जो बर्दाश्त के काबिल नहीं है। ऐसे लोगों पर तत्काल करवाई की जानी चाहिए।
बताते चलें कि उत्तराखंड बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार ने बीते दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए आरोप लगाए थे कि एसडीएम मनीष बिष्ट की नियुक्ति नियमों के विपरीत हुई है।
उनका आरोप है कि मामला पूर्व की पीसीएस परीक्षा 2012 का है, जिसमें लोक सेवा आयोग द्वारा भूतपूर्व सैनिक का SDM पद न होने के बावजूद भी मनीष बिष्ट को SDM के पद पर नियुक्ति दे दी गई।
बॉबी पंवार के इन आरोपों के बाद पीसीएस अधिकारियों में उबाल आ गया है। प्रदेश के कई पीसीएस अधिकारियों ने आरोप लगाने वालों के खिलाफ सीधा मोर्चा खोल दिया है।
पीसीएस अधिकारियों के नाराजगी भरे रवैए को देखकर लगता है कि आगे यह मामला तूल पकड़ सकता है। ज्ञापन में कई पीसीएस अधिकारियों के हस्ताक्षर हैं, जिनमें टी एस मर्तोलिया, जयभारत सिंह, कौस्तुभ मिश्र, नरेश दुर्गापाल, शिप्रा जोशी पांडे, तुषार सैनी, गौरव पांडे, विवेक राय आदि शामिल हैं।