रामनगर में मांस को लेकर बवाल। पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष समेत कई पर मुकदमा
रामनगर। छोई क्षेत्र में गुरुवार को एक पिकअप वाहन में कथित प्रतिबंधित मांस मिलने के बाद जमकर हंगामा हो गया। मामला इतना बढ़ा कि पुलिस और हिंदूवादी संगठनों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई।
अब पुलिस ने इस प्रकरण में भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष सहित पांच लोगों और 20 से 30 अज्ञात व्यक्तियों पर मुकदमा दर्ज किया है।
मांस मिलने से भड़का विवाद
घटना तब शुरू हुई जब छोई इलाके में एक पिकअप में प्रतिबंधित मांस मिलने की सूचना फैली। देखते ही देखते मौके पर हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता पहुंच गए और पुलिस चौकी पर हंगामा करते हुए जांच की मांग करने लगे।
हंगामे के बीच कुछ लोगों ने कथित तौर पर पिकअप चालक के साथ मारपीट भी की, जिससे वह घायल हो गया।
दोनों पक्षों की तहरीर, दो मुकदमे
कोतवाल सुशील कुमार के अनुसार, विवाद के बाद दोनों पक्षों ने पुलिस को अपनी-अपनी तहरीरें दीं, जिसके आधार पर अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
पहली तहरीर विशेष समुदाय की एक महिला ने दी, जिसने बताया कि उसका पति बरेली से रामनगर पालतू पशु का मांस लेकर लौट रहा था। रास्ते में छोई क्षेत्र के पास कुछ लोगों ने उसे रोककर लोहे की रॉड से हमला किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
इस मामले में पुलिस ने भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष सहित पांच हिंदूवादी कार्यकर्ताओं और 20–30 अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 109 और 190 के तहत केस दर्ज किया है।
दूसरी ओर से भी आई शिकायत
वहीं, छोई गांव के ही एक स्थानीय व्यक्ति ने तहरीर देकर आरोप लगाया कि जब उन्होंने अपने क्षेत्र में प्रतिबंधित मांस से भरे वाहन को रोकने की कोशिश की, तो चालक ने उन पर वाहन चढ़ाने का प्रयास किया और धारदार हथियार दिखाकर धमकाया।
उनका कहना है कि वाहन पर दो अलग-अलग नंबर प्लेटें लगी थीं। इस पर पुलिस ने चालक और वाहन स्वामी के खिलाफ धोखाधड़ी और धमकी की धाराओं (धारा 420) में मुकदमा दर्ज किया है।
पुलिस बोली-निष्पक्ष जांच होगी
कोतवाल सुशील कुमार ने बताया कि दोनों मामलों की जांच चल रही है और पुलिस पूरी निष्पक्षता से कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा, “जो भी दोषी होगा, उसे किसी भी सूरत में छोड़ा नहीं जाएगा।” पुलिस ने पिकअप वाहन को कब्जे में लेकर फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है।
