झंडा मेला 2025: श्री दरबार साहिब एवं श्री झंडा साहिब में चला दर्शनों व मनौतियों का क्रम

श्री दरबार साहिब एवं श्री झंडा साहिब में चला दर्शनों व मनौतियों का क्रम

  • श्री दरबार साहिब के सज्जादे गद्दी नशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने संगतों को दिए दर्शन व आशीर्वाद
  • श्री गुरु राम राय जी महाराज, श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज के लगे जयकारे
  • 21 मार्च 2025 शुक्रवार को होगी ऐतिहासिक नगर परिक्रमा, संगतों ने पूरी की तैयारी

देहरादून। बुधवार को श्री झंडे जी के आरोहण के बाद गुरुवार को भी दरबार श्री गुरु राम राय जी महाराज परिसर में संगतों की भारी चहल पहल रही। देश विदेश से आई संगतों के साथ गुरुवार को भारी संख्या में देहरादून नगरवासियों ने भी श्री झण्डे जी पर शीश नवाया।

संगतों ने श्री झण्डा साहिब एवम् श्री दरबार साहिब में माथा टेका व मनौतियों मांगी। अल सुबह से ही दरबार श्री गुरु राम राय जी महाराज के सज्जादे गददी नशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज के दर्शनों के लिए संगतें कतारें लगाए खड़ी रहीं।

श्री महाराज जी ने संगतों को दर्शन दिए व आशीर्वाद दिया। श्री महाराज जी ने संगतों को आदर्श जीवन जीने के लिए गुरु की वाणी का अमृतपान करवाया। उन्होंने कहा कि किसी भी दृष्टि से गुरु महाराज को भजो, आपको उसका पुण्य अवश्य प्राप्त होगा।

मानव जीवन में कर्म का बहुत महत्व है। मनुष्य की पहचान उसके कर्मों से होती है। उन्होंने जन्म-मृत्यु के बंधन से मुक्ति व मोक्ष के रहस्य का ज्ञान भी दिया। उन्होंने सुख शांति का संदेश एवं गुरु मंत्र देते हुए गुरु महिमा के महत्व से आत्मसात करवाया।

दरबार श्री गुरु राम राय जी महाराज के सज्जादे गददी नशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज की अगुआई में शुक्रवार 21 मार्च को ऐतिहासिक नगर परिक्रमा होगी। परंपरा के अनुसार श्री झंडे जी आरोहण के तीसरे दिन नगर परिक्रमा के लिए संगतें पहुंचती हैं।

नगर परिक्रमा देहरादून के नगरवासियों के लिए भी ऐतिहासिक क्षण होता है, जब देश विदेश की संगत उनके बीच होती हैं। हर साल यह बहुत ही मनमोहक नजारा होता है, जब श्री गुरु राम राय जी महाराज के द्वारा बसाए गए देहरादून नगर के बीचों बीच से गुरु की संगत गुजरती है और दूनवासी पलक पावड़े बिछाए पुष्प वर्षा के साथ उनका स्वागत करते हैं।

दरबार श्री गुरु राम राय जी महाराज श्री झंडा

महोत्सव-2025 के मुख्य व्यवस्थापक मधुसूदन सेमवाल ने जानकारी दी कि परंपरानुसार श्री झण्डे जी आरोहण के तीसरे दिन नगर परिक्रमा का आयोजन किया जाता है। नगर परिक्रमा में श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज की अगुआई में संगतें दून नगर की परिक्रमा करती हैं।

शुक्रवार सुबह 7ः30 बजे श्री दरबार साहिब परिसर से नगर परिक्रमा आरंभ होगी। नगर परिक्रमा में 25 हजार से अधिक संगतें शामिल होंगी। नगर परिक्रमा श्री दरबार साहिब से प्रारम्भ होकर सहारनपुर चैक, कांवली रोड होते हुए श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल, बिंदाल पहुंचेगी।

यहां संगत को चने, मुरमुरे व गुड़ का प्रसाद वितरित किया जाएगा। यहां से तिलक रोड, टैगोर-विला, घण्टाघर व घण्टाघर से पल्टन बाजार होते हुए लक्खीबाग पुलिस चैकी से रीठा मण्डी, श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल बाॅम्बे बाग पहुंचेगी।

श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल में गन्ने के प्रसाद बांटा जाएगा। इसके बाद ब्रहमलीन श्रीमहंत साहिबान के समाधि स्थल पर मत्था टेकेने के बाद सहारनपुर चैक होते हुए दोपहर 12ः00 बजे नगर परिक्रमा श्री दरबार साहिब वापिस पहुंचकर सम्पन्न होगी।

गुरु महिमा भजनों व कीर्तन की रही धूम

गुरुवार सुबह से ही श्री दरबार साहिब परिसर में गुरु महिमा व गुरु के भजनों की धूम रही। गुरु महिमा से सराबोर भक्ति रस से श्री दरबार साहिब महिमामई रहा। सतगुरु तेरे तेरे——-, रंग बरसे रंग बरसे बाबा जी दरबार तेरे रंग बरसे———-, सदगुरु मैं तेरी पतंग हवा विच उड्दी जाॅवां गी जैसे भक्ति गीतों का श्रद्धालुओं ने जमकर लुत्फ उठाया।

श्री दरबार साहिब के अन्दर व बाहर लगे लंगर

श्री दरबार साहिब के अन्दर व बाहर संगतों की सेवा में लंगर लगाए गए हैं। बाहरी व दून के श्रद्धालु लंगर छक रहे हैं। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के डाॅक्टरों, नर्सिंग व पैरामैडिकल स्टाफ की टीम चिकित्सकीय सेवा के लिए श्री दरबार साहिब में उपलब्ध है। संगतें व दूनवासी श्री झण्डे जी मेले के आयोजन का भरपूर लुत्फ उठा रहें हैं।

श्री महंत इन्द्रेश अस्पताल एवं श्री महाकाल सेवा समिति ने लगाया रक्तदान शिविर

श्री महंत इन्द्रेश अस्पताल एवं श्री महाकाल सेवा समिति के संयुक्त तत्वावधान में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में संगतों ने बढ़चढ़ कर रक्तदान किया। दरबार श्री गुरु राम राय जी महाराज परिसर में आयोजित स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में 200 यूनिट रक्तदान हुआ। स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में पुरुषों के साथ साथ महिलाओं ने भी बढ़चढ़ कर भागीदारी की।