DBUU में दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी प्रारम्भ। विशेषज्ञ कर रहे उभरती प्रौद्योगिकी पर मंथन
- देश विदेश के विशेषज्ञ करा रहे छात्रों को उभरती प्रौद्योगिकी से रूबरू
देहरादून। वर्तमान डिजिटल युग में लगातार उभरती प्रौद्योगिकी से रूबरू कराने और भावी पीढ़ी को तकनीकी चुनौतियों से लड़ने में सक्षम बनाने के उद्देश्य से देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ हुआ, जिसमें शिक्षा और औद्योगिक क्षेत्रों से जुड़े देश-विदेश के विशेषज्ञ हिस्सा ले रहे हैं।
शुक्रवार को देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड कंप्यूटिंग द्वारा दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ हुआ, जिसमें आर्टिफ़िशिअल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, ब्लॉकचेन, इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स और क़्वांटम कंप्यूटिंग जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों पर मंथन किया जा रहा है, जिसमें देश विदेश के विशेषज्ञ हिस्सा ले रहे हैं।
इस मौके पर मुख्य अतिथि भारतीय जनता पार्टी के महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल ने छात्रों से उभरती प्रौद्योगिकियों से लगतार रूबरू रहने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि उभरती प्रौद्योगिकियों ने न केवल व्यवसायों को नए ढंग से परिभाषित किया है बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और परिवहन जैसे क्षेत्रों में क्रान्ति ला दी है।
इसलिए छात्रों को अपने अपने क्षेत्रों में धाक जमाने के लिए उभरती हुयी आधुनिक प्रौद्योगिकियों को अपनाना होगा। आईआरडीई, डीआरडीओ देहरादून के निदेशक व वैज्ञानिक डॉ सुधीर खरे ने इंफ़्रा रेड इमेजिंग में आधुनिक तकनीकी पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि उच्च गुणवत्तापरक चित्र, वास्तविक समय में वस्तु पहचान, पर्यावरण निगरानी, अंतरिक्ष अन्वेषण आदि क्षेत्रों में आधुनिक इंफ़्रा रेड इमेजिंग तकनीक कारगर साबित हो रही है।
आईआईपी मोहकमपुर में मुख्य वैज्ञानिक डॉ सुनील कुमार पाठक ने सतत विकास में प्रयोग में लाई जा रहीं नवीन प्रौद्योगिकियों पर चर्चा की।
जबकि, वरिष्ठ पत्रकार रमा सोलंकी ने सोशल मीडिया के दौर में फ़र्ज़ी ख़बरों पर लगाम लगाने के लिए इस्तेमाल हो रही आधुनिक तकनीकी पर विस्तार से चर्चा की।
इंडोनेशिया विश्वविद्यालय में प्रोफ़ेसर डॉ एच बेनरहमान ने औद्योगिक क्षेत्रों में एआई समर्थित परिवर्तन, दक्षता और नवाचार को बढ़ावा देने पर ज़ोर दिया।
जबकि, रशियन एकेडमी ऑफ़ साइंसेज के डॉ ग्लेब रोगोज़िंस्की ने उच्च-तापमान सोलर भट्टियों में उन्नत प्रक्रिया निगरानी के लिए ध्वनीकरण के इस्तेमाल पर चर्चा की।
इस मौके पर विश्वविद्यालय उपाध्यक्ष श्री अमन बंसल ने कहा कि संगोष्ठी में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों की सहभागिता और उन्नत विचारों का आदान प्रदान शिक्षकों और छात्रों को नयी खोजों के लिए प्रेरित करेगा। कुलपति प्रोफ़ेसर डॉ प्रीति कोठियाल ने उभरती प्रौद्योगिकी को साथ लेकर बढ़ने पर बल दिया।
उपकुलपति डॉ आरके त्रिपाठी और डीन स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड कंप्यूटिंग डॉ रितिका मेहरा ने भी अपने विचार रखे। इस मौके पर भाजपा जिला मंत्री संकेत नौटियाल, कार्यक्रम समन्वयक राकेश आर्य और गोविन्द सिंह पंवार सहित शिक्षक एवं छात्र उपस्थित रहे।